त्रिपुरा, मेघालय और नगालैंड के चुनाव परिणाम में बीजेपी के शानदार प्रदर्शन से पूर्वोत्तर भारत में भगवा फहराने का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का लक्ष्य काफी हद तक पूरा हो गया है. 2014 में केंद्र में मोदी सरकार आने से पहले असम को छोड़कर नॉर्थ ईस्ट के बाकी राज्यों में बीजेपी का जनाधार खास नहीं था. लेकिन उसके बाद से बीजेपी एक एक करके राज्य हासिल करती चली गई.
नगालैंड और मेघालय में सरकार बनाने की कोशिश
मेघालय में कांग्रेस को बहुमत हासिल नहीं हो पाया है. और खबरों के मुताबिक, बीजेपी नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी) से बात कर सरकार बनाने की कोशिश में जुट गई है. एनपीपी और अन्य के साथ मिलकर अगर बीजेपी यहां भी सरकार बनाने में कामयाबी हासिल कर लेती है तो सिस्टर स्टेट के 6 राज्यों में बीजेपी और उसके सहयोगियों की सरकार होगी.
#BJP त्रिपुरा विधानसभा चुनाव में ऐतिहासिक जीत के लिए तैयार है। मैं आदरणीय प्रधानमंत्री श्री @narendramodi जी , आदरणीय पार्टी अध्यक्ष श्री @AmitShah जी और पार्टी कार्यकर्ताओं को ह्रदय से कोटि कोटि बधाई देता हूँ। यह भारतीय राजनीति में महत्वपूर्ण दिन है।
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) March 3, 2018
अब योगी का कर्नाटक में दिखेगा करिश्मा
गुजरात में जीत के बाद त्रिपुरा में भी बीजेपी ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को अपना चेहरा बनाया था. त्रिपुरा के एक-तिहाई मतदाता उस नाथ संप्रदाय के अनुयायी हैं, योगी जिनकी गुरुगद्दी के महंत हैं.
त्रिपुरा की जीत के बाद अब पार्टी उनका इस्तेमाल कर्नाटक के विधानसभा चुनावों में भी जरूर करेगी. वैसे योगी आदित्यनाथ चुनावी राज्य कर्नाटक में अब तक कई दौरे कर भी चुके हैं. (द क्विंट)