पौड़ी: संसदीय व वित्त, पेयजल, स्वच्छता तथा आबकारी मंत्री प्रकाश पन्त ने एक अपै्रल से गढ़वाल मंडल के पौड़ी, चमोली व रूद्रप्रयाग जिलों में पेयजल समस्या के समाधान के लिए कंट्रोल रूम स्थापित करने के निर्देश जारी कर दिये हैं। उन्होंने पौड़ी की महत्वकांक्षी नानघाट पेयजल लाइन समेत तीनों जिलों की अन्य पेयजल योजना के मामले को एक माह के भीतर जल संस्थान को हस्तांतरण करने के भी निर्देश दिये हैं। इसके अलावा जल निगम व संस्थान को समन्वय बनाकर लंबित योजनाओं का शीघ्र ही निस्तारण करने को कहा। बैठक में तीनों जिलों की 1393 योजनाओं की समीक्षा की गई।
विकास भवन सभागार में पेयजल सचिव अरविंद सिंह ह्यांकी, पेयजल निगम के एमडी भजन सिंह तथा जल संस्थान के सीजेएम एसके गुप्ता के साथ पेयजल मंत्री प्रकाश पंत ने गंभीरता से चर्चा की। पौड़ी, रूद्रप्रयाग व चमोली जिलों के जल संस्थान व निगम के अधिकारियों के साथ हुई बैठक में उन्होंने अधिकारियों को अपनी कार्य प्रणाली मे सुधार लाने को कहा। उन्होंने कहा कि जल महकमें के सभी अधिकारी अपने अपने क्षेत्रों में चाल खाल तथा रेनवाटर हार्वेस्टिंग आदि के प्रस्ताव तैयार कर शासन को भेजंे। बैठक में पौड़ी जिले की बहुचर्चित नानघाट पेयजल योजना पर काफी चर्चा हुई। पेयजल मंत्री ने 2009 में प्रस्तावित योजनाओं को अभी तक भी संस्थान को हस्तांतरित नहीं होने पर पर चिंता जताई। उन्होंने तीनों जिलो के डीएम को निर्देशित किया कि संबंधित जिलों के सीडीओ मामले का संयुक्त निरीक्षण कर रिर्पोट तत्काल प्रस्तुत करें। उन्होंने कहा कि कन्ट्रोल रूम में जिम्मेदार अधिकारी की तैनाती की जाये साथ ही शिकायत पंजीका बनायें तथा शिकायत पंजिका में की गई शिकायत का समय पर निस्तारण तत्काल सुनिश्चित करंें। उन्होंने कहा कि तैनात अधिकारी का मोबाइल नबर विज्ञापन के माध्यम से प्रचार प्रसार करें। ताकि आम लोगों को शिकायत नंबर की जानकारी प्राप्त होने पर अपनी शिकायत आसानी से दर्ज कर सकें। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिये कि संबंधित शिकायतों को तत्काल निस्तारण किया जाये। उन्होंने कहा कि चाल खाल योजनाओं को प्राथमिकता दी जाये। मा0 मंत्री द्वारा संबंधित विभाग के अधिकारियों को कहा कि यदि चाल खाल योजनाओं के अंतर्गत मांग पत्र शासन को प्रेषित करें ताकि धनराशि दी जा सके। उन्होंने जल महकमें को चारधाम यात्रा शुरू होने से पूर्व ही यात्रा रूट पर पेयजल व्यवस्थाएं दुरूस्त करने को कहा। उन्होंने कहा कि संबंधित अधिकारियों को अपने सीमित संसाधनों के माध्यम से लीकेजों को जल्द दुरूस्त करने के भी निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि लीकेज होने से पाइज लाइनों में दूषित जल की आशंका बढ़ जाती है। इसलिए इसे जल्द से जल्द ठीक किया जाये। उन्होंने चर्चा के दौरान अधिकारियों को गर्मियों में होने वाली पानी की कमी को दूर करने के लिए अधिकारियों के होमवर्क की भी जानकारी ली। उन्होंने कहा कि सभी अधिकारी टैंकों की भी व्यवस्था सुनिश्चित कर लें। ताकि जल संकट के समय टैंकों के माध्यम से जलापूर्ति को पूरा किया जा सके। उन्होंने कहा कि बंद पड़े या आधा अधूरे परियोजनाओं को युद्धस्तर पर पूरा किया जाये। उन्होने कहा कि पचास प्रतिशत पूरे किये गये परियोजनाओं को सरकार द्वारा तेजी से प्राथमिकता दी जायेगी। ताकि ससमय इनको पूर्ण किया जा सके। पौड़ी, रूद्रप्रयाग तथा चमोली जिलों की 1393 पेयजल योजनाओं की समीक्षा के दौरान पेयजल मंत्री ने गर्मी के सीजन मंें 148 पेयजल योजनाओं के प्रभावित होने की आशंका जताई। जिससे 209 गांव व 64 मुहौल्ले भी शामिल हैं। उन्होंने पानी के संकट ने निपटने के लिए जल महकमें को पूरी तैयारियां करने को कहा। इससे पूर्व मा0 मंत्री जी ने पूर्व प्रस्तावित कार्यक्रम के अनुसार कंडोलिया मंदिर में विधिवत पूजा अर्चना के बाद गढ़वाली फिल्म मेजर निराला के महूर्त का शुभारंभ किया। इस मौके पर उन्होंने फिल्म के निर्देशक गणेश विरान, संगीत निर्देशक नरेंद्र सिंह नेगी तथा अन्य कलाकारों से वार्ता की। इस मौके पर वित्त मंत्री प्रकाश पंत ने जिला अस्पताल के औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने वार्डों में भर्ती मरीजों का हालचाल भी पूछा। उन्होंने सीटी स्कैंन कक्ष, शौचालय, मरीजों की पलंग तथा पानी की टोटियों का भी निरीक्षण किया। औचक निरीक्षण के दौरान मंत्री जी ने आकस्मिक कक्ष का निरीक्षण करते हुए दवाओं की जांच की। जिसमें एक दवा एक्सपायर डेट की मिली। उन्होंने सीएमओ को समय समय पर जांच करने के भी निर्देश दिये। इस अवसर पर उन्होंने संबंधित कर्मचारियों का भी हालचाल पूछा। इस मौके पर क्षेत्रीय विधायक मुकेश कोली, जिलाधिकारी चंद्रशेखर भट्ट, भाजपा के जिलाध्यक्ष मुकेश रावत, सांसद प्रतिनिधि ओपी जुगरान, सीडीओ विजय कुमार जोगदंडे, एडीएम रामजीशरण शर्मा, मुख्य कोषाधिकारी लखेंद्र गोथियाल, जिला आबकारी अधिकारी प्रभाशंकर मिश्रा के अलावा पौड़ी, रूद्रप्रयाग व चमोली के अधिशासी अभियंता उपस्थित रहे।