लखनऊ: रायबरेली में जिस प्रकार पांच लोगों की गाड़ी में आग लगाकर जलाकर नृशंसतापूर्ण हत्या कर दी गयी। सीतापुर में एक ही परिवार के तीन लोगों की निर्मम हत्या कर दी गयी। राजधानी लखनऊ में सीतापुर रोड पर एक लड़की को अगवाकर चलती टेम्पों से नीचे फेंककर हत्या कर दी गयी। लगातार घटित होने वाली ऐसी जघन्य घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं। यह घटनाएं प्रदेश की योगी सरकार की ध्वस्त कानून व्यवस्था को खुद ब खुद बयां कर रही हैं।
उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता कृष्णकान्त पाण्डेय ने आज जारी बयान में कहा कि पूरे प्रदेश में अपराध का ग्राफ 200 प्रतिशत बढ़ गया है। बेहतर कानून व्यवस्था के नारे के नाम पर प्रदेश की सत्ता पर काबिज प्रदेश की भाजपा सरकार अपराधियों के सामने हथियार डालने पर विवश हो गयी है। जिस प्रकार बुलन्दशहर में भाजपा के नेता द्वारा महिला सीओ को धमकाया गया, स्वयं मुख्यमंत्री जी के गृह जनपद गोरखपुर मंे भाजपा के विधायक द्वारा महिला पुलिस अधिकारी के साथ बदसलूकी की गयी, सत्ता के नशे में चूर भाजपा के नेताओं एवं कार्यकर्ताओं द्वारा पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारियों का लगातार मनोबल तोड़ने का काम किया गया जिसकी परिणति के रूप में कानपुर में एक दरोगा को भीड़ द्वारा पीट-पीटकर अधमरा कर दिया गया। इन घटनाओं ने पूरे प्रदेश के आम जनमानस में भय का वातावरण उत्पन्न कर दिया है। प्रदेश की आम जनता बढ़ते अपराध से कराह रही है। वहीं प्रदेश सरकार अपने सौ दिनों पर जश्न मनाने और अपनी पीठ थपथपाने में मशगूल है।
श्री पाण्डेय ने कहा कि आज पूरे प्रदेश में ट्रान्सफर-पोस्टिंग का महाउद्योग चल रहा है। जिस तरह से रोम जल रहा था, नीरो बंशी बजा रहा था, उसी तरह से पूरा प्रदेश अपराध, भ्रष्टाचार, बेरोजगारी, किसानों द्वारा की जा रही आत्महत्या की आग में जल रहा है और भारतीय जनता पार्टी की केन्द्र एवं प्रदेश सरकार जश्न मना रही है।