लखनऊ: कमजोर तबके के लोगों को किफायती दरों पर दवाइयां मुहैया कराने के मद्देनजर प्रधानमंत्री भारतीय जन औषधि परियोजना के तहत प्रदेश में जल्द ही 1000 जन औषधि केन्द्र खोले जायेंगे। केन्द्रीय रसायन और उर्वरक राज्य मंत्री मनसुख एल. मंदाविया और प्रदेश के स्वास्थ्य मत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह की मौजूदगी में आज इस संबंध में राजधानी लखनऊ में स्टेट एजेन्सी फार कम्प्रिहेन्सिव हेल्थ एन्ड इन्टीग्रेटेड सर्विसेज-साचीज और बी.पी.पी.आई. के बीच एक सहमति पत्र पर हस्ताक्षर किये गये।
इस मौके पर श्री मंदाविया ने कहा कि केन्द्र सरकार सभी को रियायती दरों पर दवाइयां मुहैया कराने के लिए वचनबद्ध है। उन्होंने कहा कि 2008 में शुरू इस योजना के तहत 2012 तक देश भर में कुल 149 केन्द्र खोले जा सके थे। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की विशेष प्रेरणा से इस समय देश में यह योजना वरदान साबित हो रही है। श्री मंदाविया ने कहा कि जन औषधि केन्द्र खोलने के लिए सरकार ढाई लाख रू की आर्थिक सहायता भी दे रही है। उन्होंने कहा कि इस समय जन औषधि केन्द्रों के जरिये 600 किस्म की दवाएं दी जा रही हैं, जल्द ही यह संख्या बढ़ा कर 1000 कर दी जायेगी। श्री मंदाविया ने कहा कि कमजोर तबके के लोगों को विशेष सुविधा के तहत सरकार ने स्टंट के दामों को भी काफी कम कर दिया है।
प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा कि 1000 जन औषधि केन्द्र खुल जाने से प्रदेश के लोगों को बहुत बड़ा फायदा होगा। उन्होंने कहा कि सदर अस्पतालों और सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर यह स्टोर खोले जायेगें। उन्होंने कहा कि अस्पताल परिसरों में स्टोर खोलने की मंजूरी प्रदेश कैबिनेट ने दे दी है। श्री सिंह ने कहा कि अभी तक 400 से अधिक जन औषधि केन्द्रों का आवंटन हो चुका है। एक सवाल के जवाब में स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि एम्बुलेंस सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए सितम्बर तक नये टेन्डर जारी किये जायेंगे। एक अन्य सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि प्रदेश में अब तक स्वाइन फ्लू के 385 मामले सामने आये हैं और 13 लोगों की इससे मौत हो चुकी है।
इस मौके पर श्री मंदाविया ने प्रधानमंत्री भारतीय जन औषधि परियोजना वेबसाइट का भी शुभारम्भ किया। इस वेबसाइट के माध्यम से जन औषधि केन्द्रों और उसमें उपलब्ध दवाइयों आदि के बारे में जानकारी हासिल की जा सकती है। प्रदेश के स्वास्थ्य राज्य मंत्री डा. महेन्द्र सिंह सहित कई वरिष्ठ अधिकारी कार्यक्रम में मौजूद थे।