लखनऊ: प्रदेश के औद्योगिक विकास मंत्री श्री सतीश महाना और मुख्य सचिव एवं औद्योगिक विकास आयुक्त डा0 अनूप चन्द्र पाण्डेय से आज एनेक्सी स्थित वार रूम में दक्षिण कोरिया के राजदूत श्री शिन बाॅन्ग किल के नेतृत्व में 22 सदस्यीय शिष्टमण्डल ने भेंट की। शिष्टमण्डल में कोरिया की नामचीन कम्पनियों के प्रतिनिधियों ने मुलाकात के दौरान औद्योगिक विकास मंत्री को प्रदेश में औद्योगिक क्षेत्र में निवेश के प्रति रूचि प्रदर्शित की।
श्री महाना ने शिष्टमण्डल को अवगत कराया कि उत्तर प्रदेश मंे औद्योगिक विकास की व्यापक सम्भावनाएं हैं। राज्य सरकार ने उद्यमियों को प्रदेश में निवेश के लिए विभिन्न सुविधाएं सुलभ कराने की व्यवस्था की है। राज्य में उद्यमी किन्हीं भी क्षेत्रों में अपना उद्यम स्थापित कर सकते हैं। सरकार ने इसके लिए एक आकर्षक और व्यवहारिक उद्योग नीति भी प्रचलित की है, जिससे प्रेरित होकर देश और विदेश के ख्याति प्राप्त उद्यमी स्वयं ही निवेश के लिए उत्सुक हैं।
औद्योगिक विकास मंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश मात्र एक बाजार ही नहीं बल्कि यहां विकास की अपार सम्भावनाएं हैं। प्रदेश में कृषि क्षेत्र, खाद्य प्रसंस्करण, सूचना प्रौद्योगिकी, विद्युत उत्पादन सहित अनेक क्षेत्रों में निवेश की भारी सम्भावनाएं मौजूद हैं। राज्य सरकार ने कानून और व्यवस्था को सर्वोच्च प्राथमिकता दी है, ताकि उद्यमी निर्भय होकर अपना उद्यम स्थापित कर सकें। उन्होंने कहा कि दक्षिण कोरिया और उत्तर प्रदेश के सामाजिक, सांस्कृतिक एवं व्यापारिक संबंध अत्यन्त ही प्रगाढ़ हैं। उन्होंने दक्षिण कोरिया के उद्यमियों का आह्वाहन किया कि वे प्रदेश में इलेक्ट्रानिक क्षेत्र में निवेश करें। यू0पी0 में प्राकृतिक संसाधन, मानव श्रम और बड़ा बाजार उपलब्ध है। प्रदेश में निवेश की इच्छुक कोरियाई कम्पनियों को राज्य सरकार पूरी मदद करेगी।
मुख्य सचिव एवं औद्योगिक विकास आयुक्त डा0 अनूप चन्द्र पाण्डेय ने उत्तर प्रदेश में विकास के क्षेत्र में उठाए गए कदमों की चर्चा करते हुए कहा कि प्रदेश विकास के मामले में तेजी से अग्रसर है। उन्होंने सरकार की विभिन्न योजनाओं के संबंध में दक्षिण कोरियाई प्रतिनिधि मण्डल को अवगत कराया कि बुंदेलखण्ड में डिफेंस कारीडोर स्थापित किया जा रहा है। उन्होंने यह भी अवगत कराया कि आगामी दो माह में बुंदेलखण्ड एक्सप्रेस वे का काम शुरू हो जायेगा। इस एक्सप्रेस-वे के बन जाने से आवागमन की जहां बेहतर सुविधा सुलभ होगी वहीं दिल्ली से इसकी दूरी भी काफी कम हो जायेगी। जेवर में अन्तर्राष्ट्रीय एअरपोर्ट की स्थापना का कार्य प्रगति पर है। इसके लिए लगभग 70 प्रतिशत भूमि के अधिग्रहण की कार्यवाही पूर्ण हो चुकी है, यह एअरपोर्ट आगामी तीन वर्षों में बनकर तैयार हो जायेगा। जेवर एअरपोर्ट देश के सबसे बड़े कार्गो एअरपोर्ट के रूप में विकसित किया जायेगा, ताकि उद्यमियों एवं व्यापारियों को अपने उत्पाद के आयात एवं निर्यात में सहूलित मिल सके। उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश में उत्तरी भारत का सबसे बड़ा लाजिस्टिक हब विकसित करने की कार्यवाही की जा रही है। इसके साथ ही प्रदेश में ई वाहन तथा बैट्री चलित वाहनों के निर्माण हेतु इकाइयों की स्थापना पर विशेष बल दिया जा रहा है।
दक्षिण कोरिया के राजदूत श्री शिन बाॅन्ग किल ने कहा कि दक्षिण कोरिया और उत्तर प्रदेश के अति प्राचीन संबंध हैं। कोरिया ने अयोध्या में सांस्कृतिक गतिविधियों को प्रोत्साहित करने के क्षेत्र में विशेष रूचि प्रदर्शित की है। उन्होंने कहा कि कोरिया की नामचीन कम्पनियों ने उत्तर प्रदेश में निवेश को विशेष प्रमुखता दी है, जिसमें हालही में सैमसंग कम्पनी ने मोबाईल निर्माण के क्षेत्र में इकाई का विस्तार किया है। यह कम्पनी 1.20 मिलियन स्मार्ट फोन प्रतिवर्ष बनायेगी। इसके साथ ही कोरिया की कुछ अन्य कम्पनियां पहले से ही काम कर रही हैं। उन्होंने कहा कि कुछ कम्पनियां इलेक्ट्रानिक, उर्जा, सौर उर्जा, पर्यटन तथा इंजीनियरिंग के क्षेत्र में निवेश के लिए उत्सुक हैं।