लखनऊ: सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्री श्री सत्यदेव पचैरी ने कहा कि उत्तर प्रदेश में वृहद स्तर पर उद्यमों की स्थापना हो और भारी संख्या में लोगों को रोजगार मिले, इसके लिए राज्य सरकार पूरी तहर गम्भीर है। सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम प्रोत्साहन नीति-2017 को लागू करके सरकार ने इस क्षेत्र के समुचित विकास हेतु महत्वपूर्ण कदम उठाया है। इसके परिणाम भी स्पष्ट रूप से परिलक्षित होने लगे हैं। राज्य में उद्यम स्थापना हेतु उद्यमी एवं निवेशक काफी उत्साहित है। एम.एस.एम.ई. सेक्टर में उद्यम स्थापना हेतु 23324 करोड़ रुपये के 695 एमओयू भी हस्ताक्षरित किये जा चुके हैं।
श्री पचैरी ने कहा कि अभी तक एम0एस0एम0ई0 सेक्टर में सरकार एवं उद्यमियों के मध्य जितने भी एम.ओ.यू हस्ताक्षरित हुए हैं, उनको धरातल पर उतारने के लिए समयबद्ध कार्ययोजना के तहत कार्य किया जा रहा है। विभागीय अधिकारी लगातार निवेशकों से सम्पर्क में हैं और उन्हें जल्द से जल्द उद्यम स्थापना हेतु प्रोत्साहित भी कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ जी के कुशल नेतृत्व में औद्योगिक विकास हेतु अनुकूल वातावरण का सृजन हुआ है। उद्यमियों की सुविधा के लिए आनलाइन एकल मेज व्यवस्था की गई है। उद्यमी अब घर बैठे निवेश मित्र पोर्टल के माध्यम से अपनी जिज्ञासाओं एवं समस्याओं का समाधान कर सकते हैं।
एम.एस.एम.ई. मंत्री ने कहा कि जनपदों में पारम्परिक शिल्पों एवं लघु उद्यमों के संरक्षण प्रदान करने तथा अधिक से अधिक व्यक्तियों को रोजगार मुहैया कराने के उद्देश्य से ‘‘एक जनपद-एक उत्पाद’’ योजना प्रारम्भ की गई है। इस योजना के अन्तर्गत प्रदेश के प्रत्येक जनपद के विशिष्ट उत्पादों के लिए मार्केटिंग, तकनीकी उन्नयन, कौशल एवं उद्यमिता प्रशिक्षण तथा आसान ऋण की सुविधा उपलब्ध कराई जायेगी। अवश्य ही, इस योजना से छोटे कारीगरों, शिल्पियों एवं उद्यमियों के आय में वृद्धि होगी और उनके उत्पाद देश-दुनियां में विख्यात होंगे।