लखनऊ: उत्तर प्रदेश के कृषि मंत्री श्री सूर्य प्रताप शाही ने कहा है कि हमारी सरकार किसानों की आय आगामी समय में दो गुना करने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। इस परिपेक्ष्य में उत्पादन बढ़ाने हेतु कम उत्पादकता वाले जनपदों में राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन, तिलहनी फसलों की उत्पादकता बढ़ाने हेतु राष्ट्रीय तिलहन मिशन और खासतौर से पूर्वी उत्तर प्रदेश के जनपदों में हरित क्रांति योजना का क्रियान्वयन किया जा रहा है। श्री शाही आज विधान भवन स्थित सभागार में पत्रकारों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन के अंतर्गत खरीफ में 94600 हेक्टेयर क्षेत्र पर फसल प्रदर्शन का कार्यक्रम आयोजित कर कृषकों को अभिप्रेरित किया जाएगा। इसी प्रकार आत्मा योजना के अंतर्गत प्रदेश के 17300 हेक्टयर क्षेत्रफल पर नवीन तकनीक का प्रदर्शन किया जाएगा तथा प्रति जनपद एक किसान मेला का आयोजन किया जाएगा।
कृषि मंत्री ने बताया कि प्रदेश के प्रत्येक किसान को 31 मार्च, 2019 तक मृदा स्वास्थ्य कार्ड उपलब्ध करा दिया जाएगा। मृदा स्वास्थ्य कार्ड के कार्यक्रम को त्वरित गति से धरातल पर उतारने हेतु 17-18 अप्रैल एवं 27-28 अप्रैल को सधन अभियान चलाकर मृदा स्वास्थ्य कार्ड का वितरण सुनिश्चित किया जाएगा। उन्होंने बताया कि वर्षा आधारित क्षेत्रों में जिन भू-भाग में जल जमाव की स्थिति नहीं बनती है वहां पर तिल की खेती को बढ़ाया जाएगा, इस वर्ष तिल, उड़द, मूंग, अरहर एवं सोयाबीन के 78200 मिनीकिट का निःशुल्क वितरण कृषकों को किया जाएगा। श्री शाही ने कहा कि वर्ष 2018 मोटे अनाज (मिलेट ईयर) के रुप में मनाया जा रहा है, उसी के क्रम में प्रदेश सरकार द्वारा ज्वार, बाजरा, मक्का, कोदो, सावां एवं मडुवा के बीजों की उपलब्धता भी कृषकों को अधिक से अधिक कराई जाएगी।
श्री शाही ने बताया कि आगामी 02 मई को सभी विकास खण्डों में कृषि कल्याण कार्यशाला आयोजित की जाएगी, जिसमें मौन पालन, मत्स्य, उद्यान तथा पशुपालन इत्यादि विभागों के अधिकारी एवं कर्मचारी कृषकों की आमदनी बढ़ाने वाले उपायों के बारे में जानकारी देंगे। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा चना, मसूर तथा सरसों की खरीदारी की जाएगी तथा भुगतान किसानों के खाते में किया जाएगा।