नई दिल्लीः भारत की राष्ट्रीय मानक संस्था भारतीय मानक ब्यूरो (बीआईएस) ने डाटा साइंस फाउंडेशन के सहयोग से आज नई दिल्ली में पांचवां अंतर्राष्ट्रीय डाटा विज्ञान सम्मेलन का आयोजन किया। सम्मेलन में मानव विकास संगठन के साथ रणनीति, सरकारी नीति, नियोजन अकादमी संस्थानों, इलेक्ट्रिकल उपयोगिता क्षेत्र, शोधकर्ताओं और डेवलपरों के साथ 130 प्रतिनिधि शामिल हुए।
विश्व भर के वक्ताओं ने बिग डाटा मानकीकरण, बिग डाटा चुनौतियों, मशीन लर्निंग, मीडिया, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस सहित बिग डाटा के विभिन्न विषयों और पहलुओं पर चर्चा की। हाल में बिग डाटा की लोकप्रियता विश्व में बढ़ी है क्योंकि इसमें व्यवसाय और सेवाओं को क्रांतिकारी बनाने की क्षमता है। वास्तव में हमारे जीवन के हरेक पहलुओं पर बिग डाटा का प्रभाव होता है। इंटरनेट ऑफ थीम्स (आईओटी), आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, मशीन लर्निंग जैसे टेक्नॉलोजी के उभरते क्षेत्र बिग डाटा और एनेलिटिक्स से प्रेरित होते हैं।
भारत में भी हमारी सरकार की नई पहल ‘डिजिटल इंडिया’ के कारण वैज्ञानिक और प्रौद्योगिकी विशेषज्ञ बिग डाटा पर फोकस करने लगे हैं।
बिग डाटा में मानकीकरण विभिन्न मंचों पर, विभिन्न एप्लीकेशनों में और विभिन्न क्षेत्रों में डाटा साझा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने जा रहा है। उचित मानकीकरण के साथ एक प्रणाली के अंतर्गत उत्पन्न विशाल डाटा का कारगर उपयोग अन्य प्रणालियों/सेवाओं तथा एप्लीकेशनों द्वारा किया जा सकता है।