देहरादून: देहरादून के आशीष गुप्ता द्वारा बुजुर्गों की सहायता को लेकर गठित समर्थ कम्युनिटी ने आज देहरादून के अनेकांत पैलेस में एक चर्चा का आयोजन किया गया। चर्चा में आशीष गुप्ता, सह संस्थापक गौरव अग्रवाल, संजय मित्तल समेत अनेक लोगों ने अपने विचार रखे। चर्चा की उद्देश्य बुजुर्गों की सहायता के लिए कदमों पर जोर देना रहा ताकि यह मुहीम और आगे ले जाई जा सके।
सह-संस्घ्थापक श्री आशीष गुप्ता ने कहा की अकेलापन पूरी दुनिया में लाखों लोगों में तनाव और डिप्रेशन की एक मुख्घ्य वजह है और उनमें से बुजुर्ग लोग बुरी तरह प्रभावित हैं। इन बुजुर्ग लोगों को दुबारा समाज से जोड़ने के लिए, भारत की अग्रणी वरिष्घ्ठ नागरिकों की गैर-लाभकारी संस्घ्था, समर्थ कम्घ्युनिटी भारत के चालीस से ज्घ्यादा शहरों में काम पूरी शिद्दत से काम कर रही है। देश के विभिन्घ्न हिस्घ्सों में अपनी बहुमूल्घ्य मौजूदगी को दर्ज कराने के बाद, समर्थ देश में अकेलेपन के शिकार वरिष्घ्ठ नागरिकों को गोद लेने/ मदद करने के लिए प्रभावीशाली ढंग से सक्रिय है।
समर्थ कम्घ्युनिटी का मुख्घ्य उद्देश्घ्य वरिष्घ्ठ नागरिकों को उनकी विभिन्घ्न तरह की जरुरतों को पूरा करने में आत्घ्म-निर्भर बनाते हुए उन्घ्हें मन की शांति और खुशियां देना है। आशीष गुप्घ्ता ने आगे कहा, फ्तेज भागती जिंदगी और बढ़ते रहन-सहन की चुनौतियों की वजह से महानगरों में रह रहे परिवार अपने वरिष्घ्ठ सदस्घ्यों का पर्याप्घ्त ढंग से ख्घ्याल रखने में असमर्थ हैं। समर्थ के जरिए, हम एक ऐसा प्घ्लेटफार्म तैयार कर रहे हैं जो पढ़े-लिखे वरिष्घ्ठ नागरिकों को उनकी रुचि के अवसरों का पफायदा उठाने और गुणवत्घ्ता भरे रहन-सहन के सामाजिक परिवेश को अपनाने में मदद करेगा।