नई दिल्ली: भारत-जॉर्डन व्यापार एवं आर्थिक संयुक्त समिति (टीईजेसी) की दसवीं बैठक 4 एवं 5 जुलाई, 2017 को संपन्न हुई। भारत की वाणिज्य एवं उद्योग राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्रीमती निर्मला सीतारमण और जॉर्डन के हाशमी साम्राज्य की सरकार में उद्योग, व्यापार एवं आपूर्ति मंत्री महामहिम श्री यारूब क्यूदा ने इस बैठक की सह-अध्यक्षता की।
इस अवसर पर दोनों देशों ने द्विपक्षीय व्यापार में विविधता लाने और निवेश क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने के लिए आपसी भागीदारी को मजबूत बनाने की जरूरत पर बल दिया। टीईजेसी की बैठक के दौरान दोनों पक्षों ने पारस्परिक हितों की फिर से पुष्टि की और विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग के रोडमैप पर विचार-विमर्श किया। उर्वरक, दोहरा कराधान निवारण समझौता, वीजा एवं वाणिज्य दूतावास संबंधी मुद्दे, स्वास्थ्य एवं फार्मास्यूटिकल, सूक्ष्म, लघु एवं मझोले उद्यम, समुद्री परिवहन, रेल परिवहन एवं हवाई परिवहन, नवीकरणीय ऊर्जा, ऊर्जा दक्षता, स्मार्ट ग्रिड का विकास, सूचना प्रौद्योगिकी, उच्च शिक्षा एवं व्यावसायिक प्रशिक्षण, कृषि इत्यादि इन क्षेत्रों में शामिल हैं।
दोनों नेताओं ने भारत सरकार और जॉर्डन के हाशमी साम्राज्य की सरकार के बीच संशोधित आर्थिक एवं व्यापार सहयोग समझौते पर भी हस्ताक्षर किए जिसका उद्देश्य द्विपक्षीय व्यापार संबंधों में मजबूती लाना है। निष्पक्षता एवं गैर-भेदभाव के सिद्धांत के आधार पर आर्थिक, व्यापार एवं निवेश सहयोग को बढ़ावा देना भी इसका एक अहम उद्देश्य है।
टीईजेसी की बैठक के दौरान दोनों पक्षों के व्यावसायिक संगठनों की भी बैठक हुई और उन्होंने बी2बी (कारोबारियों के बीच लेन-देन) व्यवस्था के जरिए व्यापार एवं निवेश को बढ़ावा देने से संबंधित रोडमैप पर विचार-विमर्श किया।