नई दिल्ली: प्रथम सार्क महामारी विज्ञान नेटवर्किंग फोरम की बैठक भारत सरकार {पशु स्वास्थ्य प्रभाग, पशुपालन, डेयरी एवं मत्स्य पालन विभाग (डीएएचडीएफ), कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय}, सार्क सचिवालय और एफएओ द्वारा संयुक्त रूप से नई दिल्ली स्थित एनएएससी कॉम्प्लेक्स में 27-28 फरवरी, 2017 को सीसीएस राष्ट्रीय पशु स्वास्थ्य संस्थान (सीसीएस एनआईएएच) के जरिये आयोजित की गई। फोरम की प्रथम बैठक का उद्देश्य मुख्यतः सार्क के आठों सदस्य देशों के बीच एक सतत एवं कार्यशील पशु चिकित्सा महामारी विज्ञान नेटवर्क को परिचालन में लाना है, ताकि जूनोस सहित ट्रांसबाउंड्री पशु रोगों (टीएडी) पर और ज्यादा प्रभावकारी एवं कारगर नियंत्रण सुनिश्चित करने के लिए सदस्य देशों के बीच विश्वास एवं सहयोग को बढ़ावा दिया जा सके। पाकिस्तान को छोड़ 7 सदस्य देशों के एपि फोकल प्वाइंट (13) ने इस बैठक में भाग लिया। अंतर्राष्ट्रीय एजेंसियों जैसे कि एफएओ, ओईआई, डब्ल्यूएचओ, आरएसयू-सार्क और एसएसी के संसाधन संबंधी प्रतिनिधियों (11) ने भी इस बैठक में शिरकत की।
उद्घाटन सत्र की अध्यक्षता भारत सरकार में सचिव (एडीएफ) श्री देवेन्द्र चौधरी ने की। भारत सरकार के पशुपालन आयुक्त डॉ. सुरेश एस. होन्नापपगोल, भारत सरकार के डीएएचडीएफ में संयुक्त सचिव डॉ. ए. वी. जे. प्रसाद, आईएएस, और आईसीएआर में एडीजी (पशु स्वास्थ्य) डॉ. अशोक कुमार भी इस अवसर पर उपस्थित थे। भारत सरकार में सचिव (एडीएफ) श्री चौधरी, आईएएस, ने टीएडी पर नियंत्रण के जरिये सार्क के सदस्य देशों के बीच आर्थिक बेहतरी पर विशेष जोर दिया और इसके साथ ही उन्होंने रोग मुक्त जोन बनाने का सुझाव दिया।
दो दिवसीय बैठक की अध्यक्षता पशुपालन आयुक्त डॉ. एस एस होन्नापपगोल ने की।
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