नई दिल्लीः मैसे, बर्लिन, जर्मनी में विश्व पर्यटन प्रदर्शनी ‘इंटरनेशनल टूरिज्म बोर्स’ (आईटीबी) 2018 में भारत को आस्ट्रेलिया तथा ओसीनिया कोटी में ‘सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शक’ का पुरस्कार प्रदान किया गया। 7-10 मार्च, 2018 तक जर्मनी के बर्लिन में आयोजित आईटीबी में भाग लेने के पश्चात आज मीडिया वालों को संबोधित करते हुए पर्यटन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री के. जे. अल्फांस ने आईटीबी 2018 में भारतीय पर्यटन की दो बड़ी उपलब्धियों की चर्चा की। उन्होंने कहा कि पर्यटन मंत्रालय की नई अभियान फिल्म ‘योगी ऑन द रेस ट्रैक’,जिसको उन्होंने आईटीबी में संवाददाता सम्मेलन के दौरान लांच किया था, ‘आईसिंग ऑन द केक’ एक उल्लेखनीय सफलता रही। 7 मार्च, 2018 को इसके शुभारंभ से लेकर अब तक ट्विटर पर इस फिल्म को 70 लाख लोगों ने देखा है और यह संख्या प्रति घंटे बढ़ रही है। आईटीबी बर्लिन सम्मेलन में अपने-अपने पर्यटन मंत्रियों के साथ सौ से अधिक देशों ने भाग लिया।
मंत्री ने कहा कि विश्व पर्यटन बिरादरी के समक्ष भारतीय पर्यटन उत्पाद प्रदर्शित करने के लिए आईटीबी एक बड़ा मंच था। इस तथ्य से यह स्पष्ट है कि भारत पवेलियन, जिसमें भारत के विभिन्न भागों से पर्यटन संचालक, होटल संचालकों सहित 50 से अधिक सह-प्रदर्शकों ने हिस्सा लिया, अत्यधिक स्थान में फैला था। इसके अतिरिक्त 25 से अधिक भारतीय हितधारकों ने भारत पवेलियन के बाहर स्थान बुक करवाया था। इस अवसर पर हमारे बहुत से राज्य पर्यटन विभागों ने भी हिस्सा लिया।
आईटीबी में भारतीय शिष्ट मंडल ने बहु-आयामी हितधारकों, मीडिया के लोगों तथा सलाहकारों के साथ अंर्तराष्ट्रीय पर्यटन में भारत के लिए अवसरों के बारे में मुलाकात कर चर्चा की। उनकी बैठकों में, सवांददाता सम्मेलन को संबोधित करना, यूएनडब्ल्यूटीओ के महासचिव के साथ सीधी बैठक, ‘पॉलटिक्स ऑफ टूरिज्म बिटविन ग्रोथ स्ट्रेटेजी एंड ओवर टूरिज्म‘ विषय पर पर्यटन मंत्रियों का गोल मेज सम्मेलन, पेसिफिक एशिया ट्रैवल राइटर एसोसिएशन (पीएटीडब्ल्यूए), अंर्तराष्ट्रीय पुरस्कार समारोह उल्लेखनीय हैं।
मंत्री ने मीडिया के लोगों को बताया कि भारतीय पर्यटन क्षेत्र निरंतर वृद्धि की ओर अग्रसर है जो कि विश्व औसत से कहीं अधिक है। 2017 के दौरान 10.18 विदेशी पर्यटक भारत आए और यह पिछले वर्ष की इसी अवधि से 15.6% अधिक है जबकि विदेशी पर्यटकों की वैश्विक वृद्धि केवल 5% के लगभग है। ई-वीजा की पर्यटन क्षेत्र के लिए अहम भूमिका बनी रही। ई-वीजा 163 देशों के नागरिकों के लिए उपलब्ध है और इससे व्यापार तथा चिकित्सा लाभ के लिए भ्रमण की भी अनुमति है। ई-पर्यटक वीजा प्राप्त करने की प्रक्रिया बहुत ही सरल बना दी गई है। 2017 के दौरान ई-पर्यटक वीजा पर 1.69 मीलियन विदेशी पर्यटक भारत आए जबकि 2016 के दौरान 1.08 मिलियन आए थे अर्थात 57.2% की बढ़ोतरी दर्ज हुई। इस वृद्धि में भारत सरकार द्वारा पर्यटन अवसंरचना विकसित करना, पर्यटकों के लिए प्रवेश औपचारिकताएं सरल बनाना तथा ई-वीजा की सुविधा शुरू किए जाने की महत्वपूर्ण भूमिका रही।