श्रीनगर : कश्मीर में आतंकवाद की राह पकड़ चुका एक युवक अपनी मां की अपील के बाद घर लौट आया। पुलिस महानिदेशक (ड़ी.जी.पी) एस.पी. वैद ने ट्वीट किया कि विलखती मां की अपील पर एक और नौजवान घाटी में हिंसा का रास्ता छोड़ परिवार के पास लौट आया है।उन्होंने परिवार को फिर से एकसाथ आने के लिए बधाई भी दी। इस नौजवान की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए उससे जुड़े ब्यौरे को गोपनीय रखा गया है। पिछले साल पुलिस ने ऐलान किया था कि स्थानीय आतंकवादियों के समर्पण की पेशकश को स्वीकार किया जाएगा। इसके बाद से 12 से अधिक आतंकी समर्पण कर चुके हैं।
पिछले महीने मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने विधानसभा के अंदर भाजपा विधायक (एमएलसी) विक्रम रंधावा के एक लिखित प्रश्न का जवाब देते हुए कहा था कि हाल ही में घाटी के चार भटके हुए युवा हिंसा का रास्ता छोडक़र मुख्यधारा में वापस आ गए हैं। उन्होंने सदन को बताया कि आतंकियों के परिजनों से बात करके हिंसा का रास्ता अपना चुके लोगों को वापस लाने के प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि युवाओं को कट्टरवाद के रास्ते से हटाने के लिए राज्य में खेलकूद को बढ़ावा दिया जा रहा है, रोजगार मुहैया कराया जा रहा है, युवाओं को स्वरोजगार के कामों में दक्ष किया जा रहा है।
फुटबॉलर माजिद ने भी किया था सरेंडर
बता दें कि पिछले साल अनंतनाग जिले का एक उभरता हुआ फुटबॉलर माजिद खान (20) भी हिंसा के रास्ते पर चला गया था। खबर मिली थी कि माजिद ने लश्कर-ए-तोयबा का दामन थाम लिया था। बेटे के आतंकी बनने की खबर पर उसकी मां आशिया ने बेटे से लौट आने की अपील की थी।
उसकी अपील का वीडियो सोशल मीडिया में भी खूब वायरल हुई। मां की अपील पर माजिद हिंसा का रास्ता छोडक़र वापस आ गया था। माजिद खान अचानक घर से गायब हो गया था और बाद में उसकी एक तस्वीर राइफल लिए सोशल मीडिया में आई। माजिद बीकॉम का छात्र था, मां की अपील के बाद माजिद घर वापस आ गया था।
परिवार कर रहे हैं अपील
जम्मू-कश्मीर में आतंकियों पर सुरक्षाबलों की कार्रवाई के बाद अब भटके हुए परिवारों ने अपने बेटों से घर लौटने की अपील कर रहे हैं। यहां सुरक्षाबलों द्वारा चलाए जा रहे ऑपरेशन ऑल आउट के तहत आतंकियों का लगातार सफाया जारी है। अभियान के तहत घाटी में बड़ी संख्या में आतंकी मारे जा रहे हैं। इसी के चलते आतंकियों के हौसले पस्त हैं। इस कार्रवाई से कुछ भटके हुए नौजवान मुख्यधारा में वापस भी लौटे हैं। (पंजाब केसरी)