आईबीएसएफ विश्व बिलियर्ड्स चैंपियनशिप के लंबे प्रारूप के फाइनल मुकाबले में इंग्लैंड के माइक रसेल ने अपने हमवतन खिलाड़ी राबर्ट हाल को हराकर छठी बार विश्व चैंपियनशिप का खिताब जीता। रसेल ने पहले हॉफ में कड़ी टक्कर देने के बाद 1500-1284 अंक से मुकाबला अपने नाम कर लिया।
मुकाबले में पहले घंटे में रसेल ट्रिपल सेंचुरी (344) और इसके बाद 169 अंक के ब्रेक के साथ शानदरा शुरुआत की लेकिन राबर्ट ने भी इसके बाद 198, 80, 105, 131 का ब्रेक करने के साथ पहले सेशन में 140 अंक की बढ़त हासिल की।
दूसरे सेशन में रसेल ने 260,197 और 107 अंक का ब्रेक करके विरोधी को दवाब में डाल दिया जिसके जवाब में रसेल 123 और 153 का ब्रेक करने के साथ खिताबी रेस में बने रहे।
आखिरी सेशन में खेल उस वक्त पलट गया जब रसेल ने 149 अंक के ब्रेक के साथ 6ठीं बार बिलियर्ड्स चैंपियनशिप के खिताब पर कब्जा किया। रसेल ने 216 अंक से जीत हासिल की। राबर्ट को रजत और म्यांमा के नेइ थवाइ ओउ और भारत के पंकज आडवाणी को सामूहिक रुप से कांस्य पदक से नवाजा गया।
इससे पहले भारत के 13 बार के बिलियर्ड्स चैंपियन पंकज आडवाणी को आईबीएसएफ विश्व बिलियर्ड्स चैंपियनशिप के लंबे प्रारूप के सेमीफाइनल में इंग्लैंड के माइक रसेल से हार का सामना करना पड़ा था। यह मुकाबला 1250 अंक का था जिसे रसेल ने आडवाणी से पहली हासिल करने के साथ फाइनल में जगह बनाई थी। इस मैच में रसेल ने 1251 अंक हासिल किए जबकि आडवाणी का 651 अंक ही हासिल कर पाए। आडवाणी को कांस्य पदक से संतोष करना पड़ा है।
सेमीफाइनल मुकाबले में आडवाणी ने अच्छी शुरुआत की लेकिन रसेल के मिले मौकों का भरपूर्ण फायदा उठाते हुए शानदार खेल का प्रदर्शन किया। रसेल ने अपनी एक शॉट में 551 अंक का ब्रेक किया जो कि टूर्नामेंट में अब तक का सबसे बड़ा ब्रेक है। रसेल यहीं नहीं रुके और एक और शानदार ब्रेक करते हुए उन्होंने 441 अंक हासिल करने के साथ ही खेल का रुख अपनी ओर मोड़ दिया।
दूसरा सेमीफाइवन मुकाबला म्यांमा के नेइ थवाइ ओउ और इंग्लैंड के राबर्ट हाल के बीच खेला गया। जहां राबर्ट ने जीत हासिल करते हुए खिताबी मुकाबले में अपनी जगह सुनिश्चित की।
बता दें कि आईएसएसएफ विश्व बिलियर्ड्स चैंपियनशिप के छोटे प्रारुप वाले बिलियर्ड्स के खेल में आडवाणी रसेल पर भारी पड़े थे। उन्होंने रसेल को हराकर ही अपना 17वां विश्व खिताब जीता था। आडवाणी ने रसेल को 6-2 (0-155, 150-128, 92-151, 151-0, 151-6, 151-0, 150-58, 150-21) से हराया था।
विश्व स्नूकर और बिलियर्ड्स मिलाकर 17 बार खिताब जीतने वाले आडवाणी ने इस तरह से 150 से अधिक फ्रेम में अपना खिताब को बचाए रखा। उन्होंने पिछले साल बेंगलुरु में भी खिताब जीता था। आडवाणी पहले ऐसे भारतीय खिलाड़ी हैं जिन्होंने सबसे ज्यादा विश्व खिताब जीता है। (sportswallah.com)