पीलीभीत: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने पीलीभीत में धान व गन्ना क्रय केन्द्रों का औचक निरीक्षण किया। उन्होंने कृषि उत्पादन मण्डी समिति के सरकारी क्रय केन्द्रों का निरीक्षण कर धान खरीद की हकीकत जानी। सरकारी क्रय कन्द्रों पर धान बेचने के लिए आए किसानों से बात की और समस्याओं के समाधान किये जाने का आश्वासन दिया। क्रय केन्द्र पर इलेक्ट्राॅनिक कांटे पर धान का बोरा रखकर वजन देखा। क्रय केन्द्र प्रभारियों से धान खरीद के भुगतान की स्थिति के बारे में जानकारी प्राप्त की।
मुख्यमंत्री जी ने मण्डी समिति परिसर में आर0एफ0सी0 प्रथम क्रय केन्द्र का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान धान खरीद के अभिलेख और आर0टी0जी0एस0 के माध्यम से भुगतान की स्थिति के बारे में पूछा, जिस पर क्रय केंद्र प्रभारी ने संतोषकजनक जवाब दिया। आर0एफ0सी0 के मरौरी एट मण्डी सेण्टर पर मुख्यमंत्री योगी ने धान खरीद और भुगतान स्थिति को जाना, जिस पर डीएम शीतल वर्मा ने बताया कि धान खरीद के बाद किसानों के खातों में आर0टी0जी0एस0 के माध्यम से भुगतान भेज दिया जाता है। उन्होंने किसान के मोबाइल पर एस0एम0एस0 भेजने के बारे में भी बताया।
योगी जी ने 15 रुपये प्रति क्विंटल अतिरिक्त दिए जाने की स्थिति के बारे में पूछा तो उन्हें बताया गया कि प्रत्येक किसान के खाते में अतिरिक्त धनराशि दी जा रही है। प्रत्येक किसान को 1565 रुपये प्रति क्विंटल के हिसाब से भेजा जा रहा है। डीएम द्वारा जनपद में 36 प्रतिशत धान खरीद होने की जानकारी दी गयी।
पुरैनी दीपनगर के किसान गुरदीप सिंह ने मुख्यमंत्री जी से कहा कि धान नमी का मानक काफी पुराना है। इसमें बदलाव की जरूरत है। पहले हाथ से धान की कटाई होती थी, अब कंबाइन से हो रही है। ऐसे में धान में नमी होना तय है। इस पर मुख्यमंत्री जी ने किसान को आश्वस्त किया। मथना जप्ती के किसान मंदीप सिंह ने जंगली जानवर के आने का खतरा पर अंकुश लगाने के लिए सोलर फैंसिंग की मांग उठाई, जिस पर कार्रवाई की बात कही गयी। यूपी एग्रो सेण्टर के सामने परेवा वैश्य के किसान प्रदीप से भी मुख्यमंत्री जी ने बात की और उसका दुःख-दर्द जाना।
मुख्यमंत्री ने कहा कि धान और गन्ने का समर्थन मूल्य किसानों को दिलवाना राज्य सरकार की प्राथमिकता है। किसी भी स्तर पर किसानों का उत्पीड़न नहीं होने दिया जाएगा। वे किसानों का दुःख-दर्द जानने के लिए आए थे। किसानों को किसी भी स्तर पर दिक्कत नहीं होने दी जाएगी। धान में नमी की मात्रा में बढ़ोत्तरी की दिक्कत में कदम उठाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि प्रत्येक किसान का धान खरीदा जाएगा। कोई भी किसान सेण्टर से लौटाया न जाए। अगर शिकायत मिलती है, तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी। किसानों के लिए समर्थन मूल्य की व्यवस्था बनाई गई है। उसका लाभ दिलवाया जा रहा है। इस अवसर पर जनप्रतिनिधिगण, शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी और किसान मौजूद रहे।