नई दिल्ली: सूरत के हीरा व्यापारी धर्मानंद डायमंड्स के लालजी भाई ने आखिरी बोली लगाई। हालांकि बोली 5 करोड़ रुपये की भी लगाई गई थी लेकिन तब नीलामी का वक्त खत्म हो चुका था, इसलिए लालजी भाई 4 करोड़ 31 लाख 31 हजार 311 की बोली को आखिरी माना गया।इससे पहले इसकी बोली 3.61 करोड़, 3.41 करोड़ और 2.65 करोड़ रुपये तक पहुंची। सबसे पहले धर्मानंदन डायमंड्स ने सूट की बोली करीब 2.088 करोड़ रुपए लगाई। इसके बाद हरियाणा की एक इंजिनियरिंग फर्म के मालिक राजेश जैन ने इसके दाम 2.09 करोड़ रुपये तक लगाए। इसके बाद सूरत के मुकेश पटेल ने इसकी बोली 2.31 करोड़ रुपये लगाई। नीलामी शाम पांच बजे खत्म हुई।
शुक्रवार को इस सूट की नीलामी का तीसरा और आखिरी दिन था। पीएम के नाम लिखे सूट की नीलामी गुजरात के सूरत में हुई। इस रकम का इस्तेमाल गंगा नदी की सफाई में किया जाएगा।
मोदी के इस सूट की बोली दूसरे दिन यानी गुरुवार को 1.48 करोड़ रुपये तक पहुंची थी। इससे पहले गुरुवार को ही इस सूट की बोली 1.41 करोड, 1.39 करोड़ और 1.25 करोड़ रुपये लगाई गई थी। नीलामी के पहले दिन बुधवार को सूट की बोली 1.21 करोड़ रुपये तक पहुंची थी।
पीएम मोदी ने यह सूट पिछले महीने अमेरिकी प्रेजिडेंट बराक ओबामा के भारत आने पर उनसे मुलाकात के दौरान पहना था। मीडिया रिपोर्ट्स में इस सूट की कीमत करीब 10 लाख रुपये आंकी गई थी। विपक्षी दलों ने पीएम मोदी मोदी की इतना महंगा सूट पहनने को लेकर आलोचना भी की थी।
कांग्रेस ने आरोप लगाया था कि पीएम ने यह सूट तोहफे में लेकर अचार संहिता का उल्लंघन किया है। होम मिनिस्ट्री की ओर से जारी अचार संहिता में कहा गया है कि कोई भी केंद्रीय या राज्य मंत्री अपने नजदीकी रिश्तेदारों के अलावा किसी और से कीमती तोहफे नहीं ले सकता।
जेडीयू ने मोदी के इस सूट की नीलामी में 1 करोड़ रुपये से ज्यादा की बोली लगने पर कहा था कि कपड़े का यह टुकड़ा ऐतिहासिक है और बेचे जाने के बजाय इसे संग्रहालय में रखा जाना चाहिए। इसके अलावा राहुल गांधी और लालू प्रसाद यादव समेत कई नेताओं ने भी पीएम मोदी पर निशाना साधा था।
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