नई दिल्ली: रक्षामंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण ने केन्द्रीय कमान के दस छावनी बोर्डों को खुले में ‘शौच से मुक्त’ का दर्जा हासिल करने की उनकी उपलब्धि पर आज बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय, वाराणसी में आयोजित एक कार्यक्रम में बधाई दी। कार्यक्रम के दौरान रक्षामंत्री ने छावनी बोर्डों के अध्यक्षों, मुख्य कार्यकारी अधिकारियों और उनके निर्वाचित सदस्यों को प्रमाण पत्र देकर पुरस्कृत किया।
श्रीमती सीतारमण ने खुले में ‘शौच से मुक्त’ का लक्ष्य हासिल करने के लिए छावनी बोर्डों को बधाई दी और उनके द्वारा बनाई गई सुविधाओं और अभियानों को बनाए रखने और उनमें अधिक सुधार लाने के लिए और अधिक उमंग एवं उत्साह से काम करने का आग्रह किया। उन्होंने बच्चों की कोशिशों की सराहना करते हुए उन्हें ‘’स्वच्छता दूत’’ कहा। रक्षामंत्री ने कहा कि यह सद्भाव अगली पीढ़ियों की जिन्दगी में सफाई पर जोर देगा।
श्रीमती सीतारमण ने कहा कि रक्षा मंत्रालय स्वच्छ भारत अभियान पर विभिन्न चरणों में काम कर रहा है। पहले चरण के तहत छावनी बोर्डों और आस-पास के नगर निकायों में सफाई अभियान शामिल हैं। इस चरण में कचरों की रिसाइक्लिंग और ठोस एवं द्रव्य कचरों को अलग-अलग करना शामिल है।
श्रीमती निर्मला सीतारमण ने विशेष जोर देते हुए बताया कि दूसरा चरण 15 सितम्बर से शुरु होकर 2 अक्तूबर, 2017 तक चलेगा। इस दौरान सफाई अभियान ऊंचाई वाले स्थानों पर चलेगा और ग्लेशियर की सफाई होगी। उन्होंने बताया कि 2019 में महात्मा गांधी की 150वीं जयंती तक समग्र स्वच्छता अभियान सम्पन्न हो जाएगा। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि अभियान अभी शुरुआती चरण में है और यह हमें सतत विकास की ओर ले जाएगा।
केन्द्रीय कमान में 25 छावनी हैं, जिनमें से 14 छावनी ‘’खुले में शौच से मुक्त’’ घोषित की गई हैं। इनमें बरेली, दानापुर, देहरादून, जबलपुर, लैंडॉर, लैंड्सडॉउने, मेरठ, मथुरा, रानीखेत और वाराणसी शामिल हैं। इस मौके पर सेना और आईडीईएस के अन्य अधिकारियों के अलावा डिफेंस इस्टेट्स के महानिदेशक श्री जोजनेश्वर शर्मा और डिफेंस इस्टेट, केन्द्रीय कमान के प्रधान निदेशक श्रीमती दीपा बाजवा भी मौजूद थीं।