दिल्ली ने मंगलवार को महाराष्ट्र क्रिकेट संघ स्टेडियम में खेले गए बंगाल को पारी और 26 रन से हराकर रणजी ट्रॉफी फाइनल में जगह बनाई। पहली पारी में 112 रन की महत्वपूर्ण बढ़त लेने के बाद दिल्ली के तेज गेंदबाज नवदीप सैनी और कुलवंत खेजरोलिया ने चार-चार विकेट लेकर बंगाल को दूसरी पारी में 86 रन पर ढेर कर दिया।
दिल्ली की टीम ने ये मैच तीन दिन में ही अपने नाम कर लिया। दिल्ली ने दस साल बाद रणजी ट्रॉफी के फाइनल में जगह बनाई है। इससे पहले उसने साल 2007-08 में टूर्नामेंट के फाइनल में प्रवेश किया था।
दूसरी पारी में बंगाल ने अपने पांच विकेट सिर्फ 44 रनों पर ही खो दिए थे। उप-कप्तान सुदीप चटर्जी (21) और मनोज तिवारी (14) और विकेटकीपर-बल्लेबाज श्रीवत्स गोस्वामी (17) अच्छी शुरुआत को बड़ी पारी में नहीं बदल पाए और अपने विकेट खोकर पवेलियन लौट लिए।
दिल्ली ने शुरुआत में ही सफलता हासिल कर ली और सलामी बल्लेबाज अभिषेक रमन (0) को तेज गेंदबाज विकास टोकस ने पगबाधा आउट करा दिया। अभिमन्यु ईश्वरन (13) और सुदीप ने फिर पारी को बढ़ाने की कोशिश की और दूसरे विकेट के लिए 27 रनों जोड़े। इस साझेदारी को खजरोलिया ने ईश्वरन को आउट कर तोड़ा।
इसके बाद दिल्ली के गेंदबाज हावी हो गए और विकेटों की झड़ी लगा दी। इससे पहले, बंगाल के लिए मोहम्मद शमी ने छह विकेट लेकर दिल्ली को तीसरे दिन अपने खाते में 127 रन ही जोड़ने दिए। दिल्ली ने तीन विकेट के नुकसान पर 271 रनों की शुरुआत की थी।
दिल्ली की ओर से हिम्मत सिंह ने 6० रन बनाए। उनसे पहले गौतम गंभीर ने 127 और कुणाल चंदेला ने 113 रनों की पारियां खेली थीं। दिल्ली का अब फाइनल में सामना कर्नाटक और विदर्भ के बीच चल रहे सेमीफाइनल मुकाबले के विजेता से होगा।