देहरादून: राजभवन, नैनीताल के पीछे पहाड़ी निहाल नाले के द्वितीय फेज के संरक्षण कार्यो को कराने को लेकर राज्यपाल डॉ.कृष्ण कांत पाल ने टिहरी हाइड्रो डेवलपमेंट कारपोरेशन (टीएचडीसी) के डीजीएम व मुख्य अभियंता लोक निर्माण के साथ बैठक कर निर्देश दिये कि निहाल नाले के द्वितीय फेज के कार्यो का शीघ्र सर्वे कराकर डीपीआर तैयार की जाय। साथ ही आईआईटी रूड़की के विशेषज्ञों से भी डीपीआर की स्क्रुटनी करायी जाय।
डीजीएम टिहरी हाइड्रो डेवलपमेंट कारपोरेशन (टीएचडीसी) एन0के0अग्रवाल ने बताया कि राजभवन के पीछे पहाड़ी निहाल नाले में तीन प्रकार के राॅक हैं तथा पानी गिरने से पहाड़ी में दरारें बढ़ रही हैं व ऊपरी सतह की भुर-भुरी मिट्टी पानी के साथ बहती है जिससे भू कटाव हो रहा है। इसे रोकने के लिए नीचे से चैकडैम बनाये जायेंगे, साथ ही पहाड़ में सोयलनेल एंकरिंग कार्य किये जायेंगे। उन्होंने बताया कि द्वितीय फेज का सर्वे कर लिया गया है साथ ही डीपीआर, आईआईटी रूड़की के विशेषज्ञों से समन्वय कर तैयार की जा रही है। द्वितीय फेज संरक्षण कार्यो का लगभग 23 करोड़ का आंगणन तैयार किया जा रहा है। संरक्षण के कार्यो में लगभग 18 माह का समय लगेगा। राज्यपाल ने द्वितीय फेज के कार्यो का आंगणन प्रस्ताव डीपीआर के साथ शीघ्र सचिव राज्यपाल को प्रस्तुत करने के निर्देश दिए।
बैठक में मुख्य अभियंता लोक निर्माण बीसी बिनवाल, अधिशासी अभियंता डीएस कुटियाल, डीजीएम टीएचडीसी एन के अग्रवाल, ओकेश कुमार, सहायक अभियंता लोक निर्माण डीएस बसनाल मोैजूद थे।