लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा है कि वर्तमान समय में बड़ी संख्या में महिलाएं राष्ट्र निर्माण हेतु कार्यरत हैं। ये महिलाएं अपने विशिष्ट कार्यों से समाज को राह दिखाने का काम कर रही हैं। इनकी सफलता की कहानी समाज के सामने आनी चाहिए, जिससे समाज भी इनकी सफलता से सकारात्मक और रचनात्मक प्रेरणा प्राप्त कर सके। इसके लिए इन महिलाओं को उचित मंच दिए जाने की आवश्यकता है। पुरस्कार एवं सम्मान ऐसे लोगों को दिया जाना चाहिए, जो वास्तविक योगदान करते हैं। उपयुक्त व्यक्ति को सम्मानित करने पर सम्मान की प्रतिष्ठा बढ़ती है।
मुख्यमंत्री जी आज यहां सी0एम0एस0, गोमती नगर में ‘द न्यू इण्डियन एक्सप्रेस’ समूह द्वारा प्रगतिशील महिलाओं के सम्मान हेतु आयोजित कार्यक्रम में अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। इस मौके पर उन्होंने विभिन्न क्षेत्रों में विशिष्ट कार्य करने वाली 11 महिलाओं को ‘देवी अवॉर्ड’ से सम्मानित किया। उन्होंने कहा कि जीवन में उल्लेखनीय बदलाव लाने के लिए सकारात्मक सोच आवश्यक है। इसके लिए स्वयं, अन्य लोगों, समाज और राष्ट्र के प्रति अच्छी सोच विकसित करनी होगी।
योगी जी ने कहा कि सभी क्षेत्रों में महिलाएं तेजी से आगे आ रही हैं। प्रदेश सरकार द्वारा हाईस्कूल और इण्टरमीडिएट की परीक्षा में मेरिट में आने वाले 147 विद्यार्थियों में से 99 बालिकाएं थीं। कल लखनऊ में मेट्रो रेल का संचालन प्रारम्भ हुआ है। इसकी पायलेट भी महिलाएं हैं। देश की रक्षा मंत्री और विदेश मंत्री महिला हैं। श्रीमती निर्मला सीतारमण अपनी कार्यकुशलता से देश की रक्षा मंत्री बनी हैं। विदेश मंत्री श्रीमती सुषमा स्वराज ने विदेश मंत्रालय में सराहनीय कार्य करते हुए उल्लेखनीय सफलताएं हासिल की हैं।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश के कई जनपदों में लिंगानुपात की कमी एक बड़ी समस्या है। बड़े पैमाने पर हो रही बालिका भ्रूण हत्या सभी के लिए चिन्ता का विषय है। राज्य सरकार बालिका भ्रूण हत्या रोकने और लिंगानुपात को ठीक करने के लिए प्रयासरत है। उन्होंने कहा कि आज से 15 दिन बाद शारदीय नवरात्रि मनाया जाएगा। देश-प्रदेश में देवी पूजा के इस पर्व को बड़े पैमाने पर मनाया जाता है। सभी देवी मूर्तियों की पूजा करते हैं। यह बड़ी विडम्बना है कि एक तरफ देवी की पूजा होती है और दूसरी तरफ बालिका की भ्रूण हत्या। समाज को इस बारे में विचार करने की आवश्यकता है।
योगी जी ने कहा कि राज्य सरकार महिलाओं की सुरक्षा, स्वावलम्बन और सम्मान के लिए पूरी संजीदगी से कार्य कर रही है। 64 रेस्क्यू वैन शुरू किए जाने के साथ ही, हेल्पलाइन ‘181’ भी प्रारम्भ की गई है। महिलाओं के स्वावलम्बन में स्वयं सहायता समूहों का बड़ा योगदान हो सकता है। राज्य सरकार महिलाओं द्वारा किए गए किसी रचनात्मक प्रयास को पूरा सहयोग प्रदान करेगी।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए द न्यू इण्डियन एक्सप्रेस के सम्पादकीय निदेशक श्री प्रभु चावला ने कहा कि देवी अवार्ड्स के तहत ऐसी महिलाओं को सम्मानित करने का प्रयास किया गया है, जो समाज की बुराइयों के खिलाफ काम कर रही हैं। इनके काम की चर्चा बहुत अधिक तो नहीं होती, लेकिन इनके कार्य से समाज में महत्वपूर्ण परिवर्तन आता है। प्रदेश सरकार के 5 महीनों के कार्यों की प्रशंसा करते हुए उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने अल्पअवधि में अपने कार्य से एक स्वच्छ, उत्तम और आधुनिक उत्तर प्रदेश की नींव तैयार करने का काम किया है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश का विकास होगा, तो देश का विकास भी होगा।
कार्यक्रम के दौरान 86 वर्षीय निशानेबाज सुश्री चन्द्रो तोमर, वृन्दावन की सोशल वर्कर सुश्री लक्ष्मी गौतम, ग्रामीण महिलाओं को वित्तीय सलाह देने वाली सुश्री माधुरी सिंह, महिला सशक्तिकरण के लिए काम कर रही समाज सेविका सुश्री नन्दिनी मिश्रा, भ्रूण हत्या के खिलाफ कार्य करने वाली डॉ0 नीलम सिंह, ज्वैलरी डिजाइनर सुश्री पूजा शाही, कैंसर पीड़ित बच्चों की मदद के लिए काम कर रही सुश्री सपना उपाध्याय, महिलाओं की सुरक्षा के लिए प्रयासरत रिटायर्ड महिला पुलिस अधिकारी सुश्री सत्या सिंह, शिक्षा के क्षेत्र में कार्यरत सुश्री जैनब खान तथा शिक्षाविद सुश्री रेखा सिंह व सुश्री आलेख शरन को मुख्यमंत्री द्वारा ‘देवी अवॉर्ड’ से सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर जनप्रतिनिधिगण, प्रमुख सचिव सूचना श्री अवनीश कुमार अवस्थी, सूचना निदेशक श्री अनुज कुमार ओझा, अधिकारीगण, सी0एम0एस0 के संस्थापक डॉ0 जगदीश गांधी सहित अन्य गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।