देहरादून: मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने राज्य स्तरीय बैंकर्स समिति की होटल पेसेफिक में आयोजित 61वी बैठक में मुख्य अतिथि के रूप में प्रतिभाग किया। बैठक को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि आशा है कि समिति की बैठक में बैंकिग के साथ राज्य के विकास से सम्बन्धित महत्वपूर्ण बिन्दुओं पर भी विचार विमर्श किया जाएगा। उन्होंने कहा कि विकास की पंक्ति में सबसे अन्त में खडे़ व्यक्ति को योजनाओं का लाभ प्राप्त हो। इस कार्य में बैंको की क्या भूमिका हो सकती है इस पर विचार किया जाना चाहिए। बैंक सरकार की सामाजिक-आर्थिक प्रगति की योजनाओं को सफल बनाने में सहायक की भूमिका निभा सकते है।योजनाओं की फंडिग में बैंकों की महत्वपूर्ण भूमिका है।
मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि गुड गर्वनेंस या सुशासन का व्यापक अर्थ है यह बैंक उपभोक्ताओं से जुड़ा मसला भी है। बैंक अपने व्यवहार से गुड गर्वनेंस का संदेश दे। प्रधानमंत्री की फसल बीमा योजना में कृषक लाभार्थियों का प्रतिशत बढ़ाये जाने की आवश्यकता है। किसानों में इस योजना के प्रति जागरूकता बढ़ाने की जरूरत है। मुख्यमंत्री ने कहा कि कृषकों की आय दुगुनी करने की आवश्यकता है। कृषक महोत्सवों की किसानों की प्रगति में महत्वपूर्ण भूमिका है। कृषकों महोत्सवों में किसानों को सरकार एवं अन्य संस्थाओं द्वारा दिए जाने वाली सुविधाएं, लाभ एवं योजनाओं की जानकारी आसानी से प्राप्त हो जाती है।
मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि डिजिटिलाइजेशन का बैकिंग एवं वितीय व्यवस्था में अत्यन्त महत्व है। वर्तमान में डिजिटिलाइजेशन 60 से 70 प्रतिशत है परन्तु इसे बढ़ाये जाने की जरूरत है। इस लक्ष्य को प्राप्त करने हेतु हमें समयबद्धता का भी ध्यान रखना होगा। उन्होंने कहा कि यह प्रसन्नता का विषय है कि ऋण जमा अनुपात में वृद्धि हो गई है परन्तु इसे और अधिक सुधारने की आवश्यकता है। अटल पेंशन योजना जिसके लाभार्थियों की संख्या लगभग 36000 है इन्हें भी बढ़ाने की जरूरत है। मुख्यमंत्री ने कहा कि डिजिटल पेयमेन्ट तथा ट्रान्जेक्शन को भी बढ़ाना होगा। पर्वतीय क्षेत्रों में भी इस कार्य के लिए ब्राडबैण्ड कनेक्टिविटी बढ़ानी होगी ताकि वितीय व्यवस्था की डिजिटिललाइजेशन का लाभ दूरस्थ पर्वतीय क्षेत्रों की आम जन को भी प्राप्त हो सके।
मुख्यमंत्री श्री रावत ने बैंको को सुझाव दिया कि बैंक जल संरक्षण में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते है। पर्वतीय क्षेत्रों में बहुत से नौले धाराएंे व नदिया सूख रही है। बैंक द्वारा इनको एडोप्ट करके या गोद लेकर पुर्नजीवित कर सकती है। मुख्यमंत्री ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा रिस्पना एवं बिन्दाल को पुर्नजीवित किया जाएगा। राज्य सरकार के इस प्रयास में बैंक किस तरह से सहायता कर सकते है तथा अपना योगदान दे सकते है इस पर विचार किया जाय। मुख्यमंत्री ने अपील की कि 25 मई को जल संचय दिवस के रूप में मनाया जाएगा तथा इस अभियान में आम नागरिकों के सक्रिय सहयोग का अनुरोध है। हमें जल संचय हेतु विभिन्न उपायों को अपने दैनिक जीवन में अपनाना होगा।
इस अवसर पर प्रमुख सचिव वित श्रीमती राधा रतूड़ी, प्रमुख सचिव उद्योग श्रीमती मनीषा पंवार, सचिव पर्यटन श्री मीनाक्षी सुंदरम तथा विभिन्न बैंको के प्रतिनिधि उपस्थित थे।