नई दिल्ली: राष्ट्रपति चुनाव के लिए यूपीए उम्मीदवार मीरा कुमार ने आज संसद में नामांकन दाखिल किया. नामांकन दाखिल करते वक्त विपक्ष ने एकता का प्रदर्शन किया. एनसीपी के शरद पवार, लेफ्ट नेता सीताराम येचुरी, सहित कांग्रेस शासित राज्यों के मुख्यमंत्री भी संसद पहुंचे. हिमाचल के सीएम वीरभद्र सिंह, कर्नाटक के सीएम सिद्धारमैया, पंजाब के सीएम अमरिंदर सिंह भी संसद पहुंचे.
इन सबके बीच लालू की अनुपस्थिति ने सभी को चौंकाया. बताया गया कि बिहार में गठबंधन की मजबूरी की वजह से लालू संसद भवन नहीं पहुंचे. लालू भले न पहुंचे हों लेकिन उन्होंने अपनी पार्टी आरजेडी के प्रतिनिधि को संसद भेजा. समूचा विपक्ष इस मौके पर दिखाई दिया. बीएसपी की तरफ से सतीश मिश्र थे, एसपी की तरफ से नरेश अग्रवाल संसद में थे.
पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह भी मीरा कुमार के साथ थे. हालांकि इस मौके पर कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी संसद नहीं पहुंचे. राहुल विदेशी दौरे पर हैं. राहुल की गैर-हाजिरी ने एक बार फिर बीजेपी को हमले का मौका दे दिया. कांग्रेस अध्यक्षा सोनिया गांधी, राज्यसभा में नेता विपक्ष गुलाम नबी आजाद, कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला भी मीरा कुमार के साथ थे.
राहुल संसद भवन तो नहीं पहुंचे लेकिन उन्होंने मीरा के समर्थन में ट्वीट किया. राहुल ने कहा, ‘बांटने वाली राजनीति के खिलाफ मीरा उन मूल्यों का प्रतिनिधित्व करती है, जो राष्ट्र को जोड़ती है. मीरा जी को उम्मीदवार बनाए जाने पर गौरवान्वित हूं.’ राहुल ने ये ट्वीट मीरा कुमार के ट्वीट को रीट्वीट करते हुए किया था.
नामांकन दाखिल करने से पहले मीरा कुमार ने राजघाट जाकर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को श्रद्धासुमन अर्पित किया. बता दें कि मीरा कुमार को विपक्ष ने राष्ट्रपति चुनाव में बतौर उम्मीदवार उतारा है. मीरा को चुनाव में उतारने का फैसला तब लिया गया जब एनडीए ने राम नाथ कोविंद के नाम का ऐलान कर दिया था. विपक्षी मोर्चे को झटका उस वक्त लगा जब कोविंद की उम्मीदवारी का जेडीयू ने समर्थन कर दिया. जेडीयू के अतिरिक्त एनडीए के बाहर के दलों ने भी कोविंद को समर्थन का ऐलान कर दिया है. इसमें बीजेडी, टीआरएस, वाईएसआर कांग्रेस प्रमुख हैं.