नई दिल्ली: राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविंद ने कहा है कि हम डिजिटल युग में रह रहे हैं और कल की जंग सूचना तथा प्रौद्योगिकी के मैदान में भी लड़ी जाएगी। उन्होंने आज केरल में एझीमाला स्थित भारतीय नौसेना अकादमी में ध्वज प्रदान किया। उन्होंने कहा कि भारतीय नौसेना अकादमी के तकनीकी स्नातकों से यह उम्मीद की जाती है कि वे प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में सदैव आगे रहें, ताकि जरूरत पड़ने पर वे बेहतर तैयारी के साथ प्रदर्शन कर सकें। उन्होंने सभी कैडेटों से आग्रह किया कि वे अकादमी के प्रशिक्षण का भरपूर इस्तेमाल करें और भविष्य की जटिलता तथा अनिश्चितता से भरी दुनिया में बेहतर काम कर सकें।
भारतीय नौसेना अकादमी में कैडेटों को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि भारत की तटरेखा बहुत विशाल है तथा यहां कई द्वीप मौजूद हैं। इन सभी द्वीपों और हमारी तटरेखा का सामरिक महत्व बहुत अधिक है। उन्होंने कहा कि समुद्र के माध्यम से हमारे कारोबार और ऊर्जा की आवश्यकताओं का एक बड़ा हिस्सा पूरा होता है। इसके मद्देनजर समुद्र की सुरक्षा बहुत आवश्यक है, ताकि जमीन पर आर्थिक तथा आधारभूत विकास और जन-कल्याण सुनिश्चित हो सके।