देहरादून: कृषि मंत्री श्री सुबोध उनियाल ने रिंग रोड स्थित किसान भवन का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान कृषि मंत्री श्री उनियाल ने कृषि भवन में संचालित विभिन्न कार्यालयों का निरीक्षण किया। कृषि मंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि कार्यालय में साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखा जाय। विभाग में कार्य संस्कृति को और बेहतर किया जाय। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार प्रदेशवासियों को भ्रष्टाचारमुक्त एवं सुशासनयुक्त सरकार देना चाहती है। उल्लेखनीय है कि किसान भवन मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंद्र सिंह रावत का ड्रीम प्रोजेक्ट रहा है। कृषि मंत्री रहते हुए श्री रावत ने किसान भवन की कार्ययोजना तैयार की थी। किसान भवन में कृषि मंत्रालय से संबंधित विभिन्न विभाग है, जैसे-भूमि संरक्षण, जैविक उत्पाद परिषद, बीज प्रमाणीकरण और तराई बीज विकास निगम।
निरीक्षण के बाद कृषि मंत्री श्री उनियाल ने विभागीय अधिकारियों के साथ बैठक की। बैठक में कृषि मंत्री ने निर्देश दिये कि ठोस कार्ययोजना बनायी जाय, जिसमें कृषि को जनसहभागिता से जोड़ते हुए उनकी आय का मुख्य साधन बनाया जाय। उन्होंने कहा कि पलायन को रोकने में कृषि कैसे कारगर हो सकता है, इस पर भी विचार किया जाय। उन्होने कहा कि आज उनके द्वारा किसान भवन का औचक निरीक्षण किया गया है, भविष्य में भी समय-समय पर उनके द्वारा इसी प्रकार के निरीक्षण किये जाते रहेगे। इसलिए अधिकारी व कर्मचारी पूरे मनोभाव से अपना कार्य करें। किसानों के लिए बनाये गये डोरमैट्री को नियमित रूप से किसानों के लिए सस्ती दरों पर उपलब्ध कराया जाय। जिससे देहरादून आने वाले किसान इसका उपयोग कर सके। किसान भवन में निर्मित किये गये सभागार का भी व्यावसायिक उपयोग करने पर विचार किया जाय। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिये कि कार्ययोजना तैयार की जाय, जिसमें चाय विकास व आर्गेनिक उत्पादों पर जोर दिया जाय। चकबंदी के संबंध में भी विस्तृत कार्ययोजना तैयार की जाय। इसके साथ ही को-आपरेटिव समूह तैयार कर खेती करने पर जोर दिया जाय। उन्होंने कहा कि कृषि उत्पादों के बेहतर विपणन हेतु मार्केटिग की ठोस कार्ययोजना तैयार की जाय। प्रदेशभर में क्रय केन्द्र विकसित करने के लिए भी कार्ययोजना तैयार की जाय। निरीक्षण के दौरान एम.डी. जैविक विकास परिषद विनय कुमार, जिला कृषि अधिकारी अभिलाषा भट्ट सहित अन्य विभागीय अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थे।