मुख्यमंत्री के ड्रीम प्रोजेक्ट तीर्थ स्थल लोधेश्वर महादेवा को कॉरिडोर के रूप में विकसित करने के लिए अधिग्रहण किए गए भवनों का ध्वस्तीकरण शुरू हो गया। मकानों का ध्वस्तीकरण जेसीबी के द्वारा शुरू करा दिया गया है। इन मकान मालिकों को मालियत के अनुसार मुआवजे की धनराशि प्रदान की जा चुकी थी। कॉरिडोर क्षेत्र में आने वाले 147 मकानों व दुकानों को चिन्हित किया गया। जिसमें लगभग 90 लोगों से प्रशासन ने 48 करोड़ रुपये से रजिस्ट्री कराई है। उन्हें मुआवजे की धनराशि दी जा चुकी है। प्रशासन द्वारा मकान गिराने की प्रक्रिया शुरू करते ही आसपास के भवन स्वामियों ने अपने मकान खाली करना शुरू कर दिए।
आपको बता दें कि महादेवा कॉरिडोर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का ड्रीम प्रोजेक्ट है। पिछले साल बाढ़ पीड़ितों से मिलने आए मुख्यमंत्री ने मंदिर में जलाभिषेक के दौरान काशी की तर्ज पर कॉरिडोर निर्माण की घोषणा की थी। सीएम योगी आदित्यनाथ जल्दी ही श्री लोधेश्वर महादेवा में कॉरिडोर के शिलान्यास कार्यक्रम में हिस्सेदारी कर सकते हैं।
एसडीएम रामनगर पवन कुमार ने बताया कि रजिस्ट्री प्रक्रिया के दौरान ही भवन व जमीन के स्वामियों से सहमति पत्र लिया गया था। कॉरिडोर के दायरे में आने वाले सभी मकानों व जमीनों के मालिकों को मुआवजा दे दिया गया है। कॉरिडोर निर्माण में किसी प्रकार की अड़चन नहीं आएगी।