केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमन ने नई दिल्ली में ऑनलाइन स्टार्ट अप इंडिया हब का शुभारम्भ किया, जहां भारत में उद्यमिता परिवेश के सभी भागीदार एक मंच पर आकर परस्पर खोज करेंगे, सम्पर्क में रहेंगे और एक दूसरे से राय-मशविरा करेंगे।
श्रीमती निर्मला सीतारमण ने समूचे उद्यमिता की पारिस्थितिकी तंत्र को एक मंच पर लाने की आवश्यकता को रेखांकित करते हुए कहा कि स्टार्ट अप इंडिया दरअसल एक बाजार रचने का प्रयास है, जहां इसके सभी भागीदार आपस में बातचीत कर सकें, अपनी जानकारियों को साझा कर सकें और एक दूसरे को विकसित होने में सहयोगी हो सकें। उन्होंने कहा कि यह मौजूदा और संभावनाशील स्टार्ट अप के जीवनचक्र को आसान व कारगर बनाएगा। उन्हें सही समय पर सही संसाधनों तक पहुंचने में मददगार होगा। उन्होंने इस पोर्टल का भारत में उपयोग करने के लिए उद्यमियों को प्रेरित किया और सभी भागीदारों को इस मंच को अधिक से अधिक सक्षम बनाने में अपना योगदान देने को आग्रह किया। मंत्री महोदया ने एक नई पहल की घोषणा की, जिसमें स्टार्ट अप का सार्क देशों में विचार-विमर्श के कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा।
यह पोर्टल स्टार्ट अप, निवेशक, वित्त, संरक्षक, अकादमिक, इन्क्यूबटर्स, उत्प्रेरक, कॉरपोरेट्स, सरकारी निकाय और अन्यान्यों की मेजबानी करेगा। यह हब सूचनाओं में विसंगति की समस्या और खास कर देश की दूसरी व तीसरी श्रेणी के नवजात पारिस्थितिकी तंत्र वाले शहरों में जानकारियों, उपकरणों व विशेषज्ञों तक पहुंच की कमी को दूर करने की कोशिश करेगा।
स्टार्ट अप के लिए वर्चअुल हब एक गत्यात्मक और संवादी मंच होगा, जो उनके शिक्षण एवं विकास, नेटवर्किग, संरक्षण, वित्तपोषण आदि को सुगम बनाएगा। इस पोर्टल को विकसित करने का बुनियादी सिद्धांत पारिस्थितिकी तंत्र के विभिन्न प्रस्तावों को एक जगह एकत्र करना करना है। स्टार्ट अप इंडिया अनेक संगठनों के ऑन बोर्ड उद्यमियों और निवेशकों के साथ भागीदार रहा है। साथ ही, वह ज्ञान के मॉडय़ूल का सर्जक भी। विभिन्न मंचों तक पहुंच बनाने की गरज से एक प्रतिबद्ध एप्स एंड्रोयड और आईओएस दोनों पर उपलब्ध है।
भारत पूरी दुनिया में स्टार्ट अप पारिस्थितिकी तंत्र वाला तीसरा सबसे बड़ा देश है, जहां रोजाना तीन से चार स्टार्ट अप अपना काम शुरू करते हैं। यह हब एक नोडल प्लेटफॉर्म के रूप में काम करेगा और उपयोगकर्ताओं को पारिस्थितिकी तंत्र के भागीदारों से सम्पर्क करने, शिक्षण संसाधनों तक फ्री पहुंच, कानूनी उपकरणों व आदशरे, मानव संसाधन, लेखा और नियामक मामलों और संवाद के मंच से जुड़ने में उन्हें सक्षम करेगा। इस हब में सरकार के प्रासंगिक 50 योजनाओं और कार्यक्रमों को शामिल किया गया है। दूसरे चरण में, यह प्लेटफॉर्म राज्य सरकारों की स्कीमों का समुच्चय करेगा। स्टार्टअप उपयोगकर्ताओं के बेहतर अनुभव दिलाने के लिए, यह प्लेटफार्म चार्टबूट्स के साथ स्वत: सभी जगहों से सूचनाओं को एकत्र करने , अद्यतन सूचना और सवालों के जवाब दे कर स्मार्ट मेधा का सृजन करता रहा है।
स्टार्ट अप हब के उद्घाटन के अवसर पर ‘स्टार्ट अप परिदृश्य का मार्गदर्शन’ नाम से एक विचार-सत्र का भी आयोजन किया गया, जिसमें हरेक स्टार्ट अप, निवेशक, इन्क्यूबेटर, उत्प्रेरक और संरक्षक समुदाय के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। विचार सत्र के बाद औद्योगिक नीति और संवर्धन विभाग के सचिव श्री रमेश अभिषेक ने स्टार्ट अप इंडिया कार्यक्रम के तहत शुरू की गई अनेक पहलों पर एक प्रेजेंटेशन दिया।
संयुक्त सचिव राजीव अग्रवाल ने अपने समापन भाषण में स्टार्ट अप इंडिया के पारिस्थितिकी तंत्र से जुड़े सभी भागीदारों से हब में अपने दर्ज को कराने का अनुरोध किया।