महज 17 साल की उम्र में ही वाशिंगटन सुंदर ने अपनी प्रतिभा से सबको प्रभावित किया है। तमिलनाडु के इस खिलाड़ी ने दबाव में भी बेहतरीन खेल दिखाया है। वो अब भारतीय क्रिकेट का जाना-माना नाम हो गए हैं।
यही वजह है कि ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहला एकदिवसीय मैच शुरु होने से पहले भारतीय टीम ने ऑस्ट्रेलियाई स्पिनरों को समझने के लिए वाशिंगटन सुंदर का सहारा लिया। वाशिंगटन सुंदर ने भारतीय बल्लेबाजों को नेट्स में जमकर अभ्यास कराया। इसके अलावा चेन्नई के कुछ और स्थानीय खिलाड़ियों को भी भारतीय बल्लेबाजों को अभ्यास करवाने का मौका दिया गया।
आपको बता दें वाशिंगटन सुंदर ने बोर्ड अध्यक्ष एकादश की तरफ से ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 12 सितंबर को अभ्यास मैच में भी हिस्सा लिया था। निचले क्रम पर बल्लेबाजी करते हुए उन्होंने 13 गेंदों पर 11 रन भी बनाए थे। वहीं गेंदबाजी में उन्होंने 8 ओवरों में 1 मेडन डालते हुए 23 रन देकर 2 विकेट चटकाए। वाशिंगटन सुंदर ने महज 2.87 की इकॉनमी रेट से रन दिए और स्टीव स्मिथ और ग्लेन मैक्सवेल का कीमती विकेट निकाला।
इसके अलावा तमिलनाडु प्रीमियर लीग में भी वाशिंगटन सुंदर ने काफी बेहतरीन खेल दिखाया था। उन्होंने गेंद और बल्ले दोनों से प्रभावित किया था।
वाशिंगटन सुंदर ने तमिलनाडु प्रीमियर लीग में 9 मैचों में 459 रन बनाए थे। जबकि इतने ही मैचों में उन्होंने 15 बल्लेबाजों को पवेलियन की राह दिखाई। लीग में आर साई किशोर के बाद वो दूसरे सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज रहे। साई किशोर ने 10 मैचों में 17 विकेट निकाले थे।
इसके अलावा 2017 के आईपीएल सीजन में वाशिंगटन सुंदर राइजिंग पुणे सूपरजाएंट्स की टीम का भी हिस्सा थे। वहां भी उन्होंने अपने प्रदर्शन से सबको प्रभावित किया था।
वाशिंगटन इस वक्त काफी अच्छा क्रिकेट खेल रहे हैं और उनकी उम्र भी बहुत कम है। ऐसे में कहा जा सकता है कि थोड़ी से और अनुभव के बाद वो भारतीय क्रिकेट का सुनहरा भविष्य हो सकते हैं।