लखनऊः प्रमुख सचिव, गृह श्री अरविन्द कुमार एवं पुलिस महानिदेशक, श्री सुलखान सिंह द्वारा आज संयुक्त रूप से प्रदेश के सभी जनपदों के जिलाधिकारियों एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षकों@पुलिस अधीक्षकों से वीडियो कांफें्रसिंग के माध्यम से प्रदेश में कानून व्यवस्था की स्थिति को और अधिक सुदृढ़ बनाने एवं अपराधियांे पर और प्रभावी नियंत्रण किये जाने पर विस्तृत विचार विमर्श किया गया। शातिर अपराधियों को चिन्हित कर उदाहरणात्मक कार्यवाही के निर्देश दिये गये है। साथ ही गश्त, आकस्मिक चैकिंग, सूचना तंत्र विकसित कर घटनाओं पर रोक लगानें एवं जन शिकायतों को पूर्ण संवेदनशीलता एवं तत्परता से निपटाये जाने के भी निर्देश दिये गये है। आयुक्त एवं सचिव, राजस्व परिषद श्रीमती लीना जौहरी एवं उनके अन्य विभागीय अधिकारियों ने एन्टी भू माफिया टास्क फोर्स द्वारा सरकारी जमीनो पर अवैध कब्जो के चिन्हीकरण की दिशा में अब तक हुई प्रगति की विस्तृत जानकारी जिला प्रशासन के अधिकारियों से प्राप्त की गयी। प्रमुख सचिव, गृह ने कहा कि भू-माफिया की श्रेणी में ऐसे शातिर एवं पेशेवर लोगों का विशेष रूप से चिन्हीकरण किया जाये। उन्होने निर्देशित किया कि ऐसे व्यक्तियो के विरूद्ध विभिन्न विभागो के सहयोग समन्वय से सख्त से सख्त कार्यवाही सुनिश्चित करायी जाये, भले ही उनका कितना भी बड़ा रसूख क्यों न हो। उन्होंने यह भी कहा कि यदि किसी कमजोर व्यक्ति की निजी जमीन पर किसी दबंग द्वारा कब्जा किये जाने का प्रयास अथवा उसे प्रताड़ित करने संबंधी शिकायत प्राप्त होती है, तो उस पर भी त्वरित रूप से जिला प्रशासन द्वारा सख्त कार्यवाही की जाये। अपर मुख्य सचिव, खनन विभाग श्री आर0पी0 सिंह ने वर्र्तमान सरकार द्वारा खनिज पट्टो की नीलामी हेतु शासन द्वारा किये गये प्रयासो की विस्तार से जानकारी दी गई तथा बताया कि तकनीक का बेहतर इस्तेमाल कर व्यवस्था को और अधिक सुदृढ़, पारदर्शी एवं प्रभावी बनाया जा रहा है। प्रमुख सचिव, गृह ने कहा कि जिन लोगों को नये पट्टे दिये गये है उनको डराने धमकाने की शिकायत मिलने पर पुलिस सख्त एवं त्वरित कार्यवाही करे। जिन परिक्षेत्रों में खनन माफिया विशेष रूप से सक्रिय रहे है वहां से बड़े-बड़े माफियाओं का चिन्हीकरण कर उनके विरूद्ध सख्त कार्यवाही सुनिश्चित करने के निर्देश दिये गये है। प्रमुख सचिव, गृह ने कहा कि प्रदेश में जिस प्रकार से विकास की अच्छी छवि बनी है उसी प्रकार से बेहतर कानूून व्यवस्था एवं अपराधों पर प्रभावी नियंत्रण के प्रयास किये जाये। उन्होने कहा कि जिले में पुलिस प्रशासन के अधिकारी अपराध नियंत्रण के लिये निर्भय होकर निष्पक्ष कार्यवाही करना सुनिश्चित करें। उन्होने कहा कि संवेदनशील अपराधों के पंजीकरण की सूचना के साथ-साथ उस पर हुई कार्यवाही की भी सूचना मीडिया को तत्काल दी जाये। भ्रष्टाचार पर सरकार की ‘‘जीरो टोलरेन्स‘’ की नीति है और इसके लिये जिला व पुलिस प्रशासन के अधिकारी संयुक्त रूप से मिल कर प्रयास करे। उन्होने कहा कि भ्रष्टाचार की शिकायत अथवा उसकी जानकारी मिलने पर मजिस्ट्रेट एवं डिप्टी एसपी की संयुक्त टीम गोपनीय रूप से कार्यवाही कर उसका पर्दाफाश करे। श्री अरविन्द कुमार ने कहा कि अफवाहें फैलाने वाले तत्वों पर कड़ी नजर रखी जाये। अभिसूचना तंत्र को मजबूत करने के साथ-साथ इस कार्य में अधिकाधिक जन सहयोग लेने की आवश्यकता पर भी बल दिया गया है। उन्होने कहा कि समाज के प्रतिष्ठित एवं गणमान्य व्यक्तियों के संपर्क में रहकर सही फीडबैक लेने की प्रणाली विकसित की जाये ताकि प्रशासन कोे सही-सही स्थिति की जानकारी मिल सके एवं लोगो में सरकार के प्रति विश्वास दृढ़ हो सके। सोशल मीडिया का अधिक उपयोग करने वाले प्रतिष्ठित व्यक्तियों से डिजिटल वालंटियर के रूप में सहयोग लेकर भ्रामक एवं असत्य सूचनाओं के प्रसारण पर रोक लगायी जा सकती है। उन्होने यह भी कहा कि हर गांव से प्रभावशाली लोगों का चिन्हीकरण कर उनसे जिला प्रशासन के अधिकारी संवाद बढ़ाये। महिलाओं के प्रति अपराधों में पुलिस की संवेदनशीलता को भी बढ़ाये जाने के निर्देश दिये है। योग दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम स्थल के आने-जाने वाले स्थानों पर पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिये गये है। पुलिस महानिदेशक, श्री सुलखान सिंह ने कहा कि सक्रिय अपराधियों पर कड़ी नजर रखी जाये। उन्होंने फुट पेट्रोलिंग को बेहतर जनसंवाद एवं अपराध नियंत्रण का सशक्त माध्यम बताते हुये इसकी निरंतरता को बनाये रखने के लिये दिये निर्देशों का कड़ाई से अनुपालन करने के निर्देश दिये है। उन्होंने पुलिस के कार्यो में व्यवसायिक दक्षता बढ़ाने की आवश्यकता पर विशेष बल दिया है। श्री सुलखान सिंह ने कहा कि सुव्यवस्थित एवं सुचारू यातायात व्यवस्था को सुनिश्चित करने के लिये भी ठोस कदम उठाये जाये तथा हेलमेट के प्रयोग को सुनिश्चित कराने के लिये भी सार्थक उपाय किये जाये। भीड़-भाड़ वाले स्थानों पर आवश्यकतानुसार रूट डायवर्जन किया जाये। थानों में साफ-सफाई सुनिश्चित की जाये तथा सुप्रीम कोर्ट के निर्देशानुसार थानो में जमा मालो का निस्तारण सुनिश्चित किया जाये। यह भी निर्देश दिये गये कि थानों में जनता से पुलिस का व्यवहार अच्छा हो तथा अपराधियों में पुलिस के प्रति भय की भावना उत्पन्न होनी चाहिये। यूपी-100 की व्यवस्था को और अधिक सशक्त एवं प्रभावशाली बनाने के लिये कई नये सॉफ्टवेयर विकसित किये जा रहे है ताकि जिले में पुलिस प्रशासन के अधिकारी इस व्यवस्था की सघन समीक्षा कर बेहतर निगरानी रख सके और इसे अधिक प्रभावशाली बना सके।वीडियो कांफ्रेंसिंग में गृह सचिव, श्री मणि प्रसाद मिश्रा एवं भगवान स्वरूप के अलावा अपर पुलिस महानिदेशक, यूपी 100 श्री अनिल अग्रवाल, अपर पुलिस महानिदेशक, अपराध श्री चन्द्र प्रकाश, अपर पुलिस महानिदेशक, कानून-व्यवस्था श्री आदित्य कुमार मिश्र, अपर पुलिस महानिदेशक, अभिसूचना श्री भावेश कुमार, आई0जी0 ए0टी0एस0 श्री असीम अरूण आदि वरिष्ठ पुलिस अधिकारी उपस्थित रहे।