देहरादून: देहरादून की स्वच्छता के लिए गम्भीरता से प्रयास प्रारम्भ कर दिए गए हैं। शनिवार को मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के निर्देश पर सचिव मुख्यमंत्री व शहरी विकास श्रीमती राधिका झा ने देहरादून के विभिन्न वार्डों में औचक निरीक्षण किया। नगर निगम के 7 वार्डों में डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन के काम का आकस्मिक निरीक्षण करते हुए उन्होंने डोर टू डोर कलेक्शन करने वाली गाड़ियों में जीपीएस लगाने के निर्देश दिए। इससे इन गाड़ियों के मूवमेंट पर नजर रखी जा सकेगी। सफाई व्यवस्था में लगे कर्मचारियों को कैप व बेज उपलब्ध करवाए जाएं। सफाई व्यवस्था में कमी पाए जाने पर दो सुपरवाईजरों का जवाब तलब किया गया।
सचिव श्रीमती राधिका झा ने नगर निगम के अधिकारियों को अभियान चलाकर रिस्पना व बिंदाल नदियों में से कूड़ा उठाए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि देहरादून के लिए आवश्यक डस्टबिनों के संबंध में नगर निगम आंकलन करे और इन डस्टबिनों को कहां लगाया जाना है, इसके लिए बिना किसी से प्रभावित हुए प्रशासनिक नजरिए से निर्णय लिया जाए। आईएसबीटी, कचहरी अदि प्रमुख स्थानों से कचरे का उठान दिन में दो बार किया जाए। शहर को अनेक जोन में विभाजित कर इनमें सफाई व्यवस्था का नियमित निरीक्षण किया जाए। प्रत्येक जोन में वरिष्ठ अधिकारियों को इसकी जिम्मेवारी दी जाए। एमएनए प्रतिदिन सुबह 7 से 10 बजे तक शहर में सफाई व्यवस्था का निरीक्षण करे। आवश्यकता होने पर अतिरिक्त स्टाफ की व्यवस्था की जाए।
सचिव श्रीमती राधिका झा ने धर्मपुर चैक व एलआईसी भवन के समीप स्थित अंडर ग्राउंड डस्टबिनों का भी निरीक्षण किया। उन्होंने जाखन काॅलोनी में भी सफाई व्यवस्था का जायजा लिया। स्थानीय लोगों से भी फीडबैक लिया गया।
सचिव श्रीमती राधिका झा ने कहा कि देहरादून की स्वच्छता के लिए जनसहभागिता आवश्यक है। सार्वजनिक स्थानों पर थूकने पर रोक के लिए बनाए गए एंटी लिटरिंग एंड स्पिंटिंग एक्ट का आगामी 15 दिनों तक व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाए। इसके बाद एक्ट के तहत चालान आदि की कार्यवाही प्रारम्भ की जाए। इस अवसर पर जिला प्रशासन व नगर निगम के अधिकारी मौजूद थे।