देहरादून: मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने सचिवालय में सचिव ग्रामीण विकास भारत सरकार श्री अमरजीत सिन्हा ने शिष्टाचार भेंट की। मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र ने केन्द्रीय सचिव से प्रदेश में संचालित ग्रामीण परिवारों के आजीविका संवर्द्धन से सम्बन्धित कार्यक्रमों में सहयोग की अपेक्षा की, विशेषकर जैविक कृषि औषधीय सगन्ध तथा प्राकृतिक रंगों के पौधों के कृषिकरण, पर्वतीय शिल्प, प्राकृतिक रेसों को प्रोत्साहन दिये जाने की मुख्यमंत्री ने जरूरत बतायी। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा इन योजनाओं का क्रियान्वयन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि आजीविका संवर्द्धन से स्वरोजगार के अवसर बढ़ेंगे। उन्होंने पीएमजीएसवाई के तहत छोटे-छोटे गांवों को सड़क से जोड़ने के लिये ग्रामीण सड़कों के निर्माण तथा पशुपालन संवर्द्धन से सम्बन्धित योजनाओं को भी और अधिक प्रभावी बनाने के लिये भी सहयोग की अपेक्षा की।
मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि राज्य में सड़कों के निर्माण में वन अधिनियम के कारण तेजी नही आ पा रही है। इसके लिये उत्तर पूर्वी-राज्यों की भांति उत्तराखण्ड को भी सीमान्त क्षेत्रों में 100 कि.मी. क्षेत्र में सड़क निर्माण के लिये वन भूमि स्वीकृति के अधिकार मिल जाये, तो राज्य के सीमान्त क्षेत्रों में सड़क निर्माण में तेजी आ सकेगी तथा यह क्षेत्र तेजी से सड़क संयोजन से जुड सकेंगे। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड में कार्य करने का बेहत्तर माहौल है। अधिकारी पूरे मनोयोग से कार्य कर रहे है। राज्य के विभिन्न जनपदों में महिलायें डीएम, एसएसपी व सीएमओ जैसे बडे पदों पर तैनात है। उन्होंने कहा कि पर्वतीय क्षेत्रों में सड़कों के किनारे घास के पौधों का रोपण किया जायेगा। इससे सड़क पर मिट्टी गिरने से रूक सकेगी तथा ग्रामीणों के घास की समस्या का भी समाधान होगा। उन्होंने सीमान्त जनपदों में मछली पालन की योजनाओं को भी प्रभावी बनाने की बात कही। इन क्षेत्रों में ट्राउट मछली की बहुतायत है।
केन्द्रीय सचिव श्री सिन्हा ने राज्य सरकार द्वारा संचालित योजनाओं एवं प्रस्तावों पर आवश्यक कार्यवाही करने का आश्वासन मुख्यमंत्री को दिया।
इस अवसर पर मुख्य सचिव श्री उत्पल कुमार सिंह, प्रमुख सचिव श्रीमती मनीषा पंवार, श्रीमती राधिका झा, श्री डी. सेंथिल पांडियन, अपर सचिव श्री युगल किशोर पंत उपस्थित थे।
इससे पूर्व, केन्द्रीय ग्रामीण विकास सचिव द्वारा मुख्य सचिव व ग्रामीण विकास से सम्बन्धित अधिकारियों के साथ ग्रामीण विकास से सम्बन्धित योजनाओं, आजीविका आधारित प्रमुख कार्यक्रमों एवं पी.एम.जी.एस.वाई. आदि से सम्बन्धित विषयों की समीक्षा की।
इस अवसर पर मुख्य सचिव श्री उत्पल कुमार सिंह, प्रमुख सचिव श्रीमती मनीषा पंवार, सचिव श्री अमित सिंह नेगी, श्री आर. मीनाक्षी सुन्दरम, श्री डी. सेंथिल पांडियन, अपर सचिव श्री युगल किशोर पंत आदि उपस्थित थे।