नई दिल्लीः नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय ने भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) के साथ मिलकर 16 नवम्बर, 2017 को एक चर्चा संगोष्ठी का आयोजन किया। यह आयोजन जर्मनी के शहर बॉन में होने वाली सीओपी-23 की बैठक के दौरान हुआ था।
पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन सचिव श्री सी.के मिश्रा ने कहा कि सतत विकास के लिए भारत नवीकरणीय ऊर्जा लक्ष्य प्राप्त करने के लिए प्रतिबद्ध है। इस अवसर पर नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय के सलाहकार डा. पी. सी. मैथानी ने कहा कि बाजार की चुनौतियों का मुकाबला करने की दृष्टि से नीतियां बनाई जा रही है। भारतीय नवीकणीय विकास एजेन्सी लिमिटेड के अध्यक्ष एवं प्रबन्ध निदेशक श्री के.सी. पोपली ने कहा कि बाजार अब परिपक्व हो चुके है और संकेत मिलने लगे है कि बॉण्ड बाजार प्रगति कर रहा है।
ऊर्जा एवं संसाधन संस्थान के महानिदेशक डा. अजय माथुर ने कहा कि भण्डार प्रौद्योगिकी में और अनुसंधान होना चाहिए ताकि कमजोर नवीकरणीय ऊर्जा को ताकत मिले। उन्होनें कहा कि जरूरत इस बात की है कि भण्डारण खर्च को कम किया जाए। हीरो फ्यूचर्स एनर्जी के महानिदेशक श्री राहुल मुंजाल ने कहा कि उद्योग में सकारात्मक विस्तार हो रहा है और लगभग 10 हजार कम्पनियां इको-प्रणाली में कार्यरत है। सीएलपी इंडिया के महानिदेशक श्री राजीव रंजन मिश्रा ने कहा कि भारत जैसी अर्थव्यवस्थाओं के लिए नवीकरणीय ऊर्जा जरूरी होती जा रही है, ताकि आबादी के बड़े हिस्से तक बिजली पहुँच सके। हिन्दुस्तान पॉवर प्रोजेक्ट्स प्रा.लि. के अध्यक्ष रतुल पुरी ने कहा कि बिजली को सस्ती दरों पर उपलब्ध कराया जाना चाहिए।
चर्चा के दौरान के.एफ.डब्ल्यू. डेवलप्मेंट बैंक के प्रधान परियोजना प्रबंधक श्री फ्रांक डिटरमन, इंडिया स्मार्ट ग्रिड फोरम के श्री रेजी पिल्लई और अन्य विशिष्ट जन उपस्थित थे।