लखनऊ: समाजवादी पार्टी उत्तराखंड प्रदेश कार्यसमिति की बैठक आज देहरादून में संपन्न हुयी। बैठक में उत्तराखंड प्रभारी श्री राजेन्द्र चौधरी ने कहा कि समाजवादी पार्टी विचार की दृष्टि से उन मूल्यों के लिए संघर्ष कर रही है जो गांधी और डॉ0 लोहिया के थे। वर्तमान राजनीति में इसका नेतृत्व समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अखिलेश यादव कर रहे हैं जिनका चरित्र दूसरे राजनैतिक दलों से भिन्न है। श्री यादव देश में साम्प्रदायिकता को दूर करने की दिशा में लगातार धर्मनिरपेक्ष ताकतों को मजबूत कर रहे हैं। ऐसे में कार्यकर्ताओं की जिम्मेदारी है कि श्री अखिलेश यादव के विचार को राजनैतिक ताकत में परिवर्तित करने का काम करें।
श्री चौधरी ने कहा कि समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं को जनता की बुनियादी समस्याओं के समाधान के लिये तत्पर रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि केंद्र और राज्य की बीजेपी सरकार जनता के साथ धोखे की राजनीति कर रही है। नोटबन्दी के एक साल में लोगों की आर्थिक व्यवस्था चरमरा गई है। बावजूद इसके बीजेपी जनता को भ्रमित किये हुए है।
उन्होंने कहा कि रोजगार की जगह बुलेट ट्रेन सरकार की प्राथमिकता में शामिल हो गयी है। ऐसी स्थिति में समाजवादियों को लगातार रचनात्मक कार्यों से जनमत का निर्माण करते हुए सरकार की जनविरोधी नीतियों के विषय में जनता को जागरूक करते रहना होगा।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए प्रदेश अध्यक्ष कुलदीप रावत ने आगत सदस्यों के प्रति आभार व्यक्त किया। प्रारम्भ में समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय सचिव एवं पूर्व कैबिनेटमंत्री श्री राजेंद्र चौधरी का अंगवस्त्र एवं पुष्पगुच्छ से स्वागत किया गया।श्
प्रदेश कार्यसमिति की बैठक के बाद आयोजित प्रेसवार्ता में श्री चौधरी ने कहा कि उत्तराखंड अपनी स्थापना के 18 वर्ष पूरा होने पर अब बालिग राज्य हो गया। लेकिन आज भी यहां की समस्याएं जस की तस बनी हुई हैं। रोजगार की तलाश में पलायन जारी है जबकि उद्योगों का अब तक कोई भी सकारात्मक प्रभाव राज्य की अर्थव्यवस्था पर नही पड़ा। इसके साथ ही कृषि के क्षेत्र में उपयोगी नीतियों के अभाव में किसान खस्ताहाल जीवन जीने को विवश है। पर्यटन और सड़कों के क्षेत्र में भी अपेक्षित सुधार नही हो सका। इसके विपरीत केंद्र और राज्यसरकार सिर्फ रेलवे लाइन कितनी ऊँचाई तक जा सकती है, इसी कवायद में व्यस्त है।
पूर्व मंत्री श्री चौधरी ने कहा कि उत्तराखंड से उत्तर प्रदेश का स्वाभाविक और प्राकृतिक रिश्ता है। दोनों राज्यों की समस्याएं और चुनौतियाँ समान है। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अखिलेश यादव उत्तराखंड की समस्याओं के समाधान और विकास को लेकर चिंतित रहते हैं। इसीलिए राष्ट्रीय अध्यक्ष ने लोकसभा और निकाय चुनाव में समाजवादी पार्टी के प्रत्याशियों को चुनाव लड़ाए जाने पर सहमति दी है जिसपर समाजवादी पार्टी का प्रदेश संगठन कार्य कर रहा है।
श्री चौधरी जी ने कहा कि विधानसभा चुनाव में प्रधानमंत्री जी ने जनता से डबल इंजन के सरकार की मांग की थी। अब जबकि जनता ने केंद्र के साथ यूपी और उत्तराखंड की तीन इंजन की सरकार भाजपा को दे दी है बावजूद इसके प्रदेश में विकास के चार कदम चलने में भी भाजपा सरकार असफल हुयी है। केंद्र और राज्य सरकारों के कार्यकाल में किसानों की आमदनी दुगुनी करने का चुनावी वायदा खोखला साबित हो गया है। जनता को यह जान लेना चाहिए कि भाजपा लोकतंत्र को गुमराह करने का काम करती है। गुजरात विकास मॉडल का सच गुजरात चुनाव में जनता के सामने आ गया है।
श्री राजेंद्र चौधरी ने कहा कि समाजवादी पार्टी उत्तराखंड के लोगों के सपने पूरा करने और जनता के साथ न्याय दिलाने की दिशा में काम कर रही है और राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अखिलेश यादव जी की नीतियों को बूथ स्तर तक पहुँचाने की दिशा में कार्यकर्ता सक्रिय हैं। प्रदेश संगठन उत्तराखंड में कैसे तीसरी ताकत और विकल्प के रूप में स्थापित होगी इसको लेकर राज्य कार्यसमिति की बैठक में प्रस्ताव सर्वसम्मति से पारित किया गया है।
बैठक में उत्तराखंड के मुख्य महासचिव शोएब अहमद ने राजनैतिक एवं आर्थिक प्रस्ताव प्रस्तुत करते हुए समाजवादी पार्टी के एजेंडे को विस्तार से बताया।
कार्यक्रम में पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सत्य नारायण सचान,पूर्व मंत्री उत्तर प्रदेश राजपाल सिंह, समाजवादी युवजन सभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष विकास यादव, प्रदेश महासचिव अतुल शर्मा, प्रदेश उपाध्यक्ष हेमा बोरा और रमेश गौड़, डॉ0 राजेन्द्र पराशर, चन्द्रशेखर यादव, प्रदेश कोषाध्यक्ष दिनेश मोहन नैथानी, मनीष सिंह, दुर्गेश प्रताप सिंह, मणेंद्र मिश्रा, प्रदेश अध्यक्ष सांस्कृतिक प्रकोष्ठ महितोष मैथानी, छात्र सभा प्रदेश अध्यक्ष अर्जुन शर्मा, महानगर अध्यक्ष आलोक राय और जिला अध्यक्ष देहरादून गुलफाम अली सहित अन्य प्रदेश कार्यसमिति के सदस्यों की उपस्थिति रही। कार्यक्रम का संचालन आरिफ वारसी ने किया।