लखनऊ: प्रदेश की योगी सरकार द्वारा बिजली के मूल्यों में की गयी बेतहाशा वृद्धि बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है एवं सरकार का मंहगाई से त्रस्त जनता पर एक और वार है। प्रदेश सरकार बिजली की इस वृद्धि से गांवों, किसानों, मजदूरों की विरोधी साबित हुई है, इससे कमजोर एवं मध्यम वर्ग की कमर टूटेगी।
यह निर्णय पूरी तरह जनविरोधी है। उ0प्र0 कांग्रेस कमेटी सरकार के बिजली मूल्य वृद्धि का हर स्तर पर विरोध करती है तथा बढ़े हुए मूल्य को तत्काल वापस लेने की मांग करती है। प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता अमरनाथ अग्रवाल ने आज जारी बयान में कहा कि यदि सरकार को दाम बढ़ाने थे तो निकाय चुनाव के पूर्व बढ़ाते तो आम जनता इस पर मोहर लगा देती। यह प्रदेश की जनता के साथ विश्वासघात है।
श्री अग्रवाल ने कहा कि किसानों की कर्जा माफी का ढोंग रचने वाली भारतीय जनता पार्टी की योगी सरकार का ढोंग खुलकर सामने आ गया है किसानों की कर्जमाफी तो दूर रहा इससे किसानों पर और अधिक कर्ज बढ़ेगा। केन्द्र एवं प्रदेश के बिजली मंत्री जिस प्रकार सस्ती बिजली खरीदने और सबको सस्ती बिजली उपलब्ध कराने का वादा कर रहे थे और मंहगी बिजली खरीदने की जांच कराने की बात कर रहे थे जांच करना तो दूर रहा दामों में बेतहाशा वृद्धि कर दी गयी। यह पूरी तरह जनविरोधी कदम है।
श्री अग्रवाल ने कहा कि जिस तरह शहरी क्षेत्रों में 12.4 प्रतिशत और विभिन्न स्तरों पर यूनिट के हिसाब से तथा गांवों में डेढ़ सौ प्रतिशत बिजली के मूल्यों में वृद्धि की गयी है उससे लोग कनेक्शन सरेण्डर करेंगे। मध्यम एवं निम्न वर्ग के लोगों पर आर्थिक रूप से करारा प्रहार है। ऐसा प्रतीत होता है कि विकास का नारा देने वाली भारतीय जनता पार्टी देश को लालटेन युग में ले जाने के लिए अग्रसर है।