पिथौरागढ़: मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने जनपद पिथौरागढ़ के तहसील धारचूला के मांगती, घटियाबंगड़ एवं मालपा में आयी आपदा एवं विगत दिनों जनपद के सीमांत क्षेत्र बरम, ढूंगातोली, मदरमा एवं तहसील बंगापानी के मदरमा में आयी आपदा में राहत एवं बचाव कार्यों के संबंध में जिला प्रशासन से जानकारी प्राप्त की। मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र ने जनपद पिथौरागढ़ के आपदाग्रस्त क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण भी किया।
मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंद्र ने नैनीसैनी हवाई पट्टी में जिला प्रशासन से राहत एवं बचाव कार्यों के बारे में जानकारी ली। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि राहत एवं बचाव कार्यों में किसी भी प्रकार की कौताही न बरती जाए। आपदा प्रभावितों को खाद्यान्न एवं शुद्ध पेयजल आदि आवश्यक सामग्रियों की उचित व्यवस्था की जाए। उन्होंने कहा कि आपदा प्रभावित क्षेत्रों में राहत एवं बचाव कार्यों हेतु हर सम्भव मदद दी जायेगी।
मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारी को निर्देश दिए है कि लापता हुए व्यक्तियों की खोज एवं बचाव के कार्यों में तेजी लाई जाए। जो भी सड़क मार्ग अवरूद्व है, उन्हें तुरन्त खोले जाने का प्रयास किया जाए। मुख्यमंत्री ने यह भी निर्देश दिए कि जिला प्रशासन यह सुनिश्चित करें कि आपदा की दृष्टिगत सीमांत क्षेत्र धारचूला में एक हैलीकाॅप्टर की व्यवस्था रहे। जिला प्रशासन आपदा एवं मानसून काल में हाई अलर्ट में रहे एवं किसी भी प्रकार की आपदा से निपटने के लिए तैयार रहे।
निरीक्षण के दौरान कैबिनेट मंत्री श्री प्रकाश पंत, विधायक डीडीहाट श्री बिशन सिंह चुफाल, विधायक गंगोलीहाट श्रीमती मीना गंगोला, जिलाधिकारी सी.रविशंकर, जिला प्रशासन के अधिकारी आदि उपस्थित थे।