नई दिल्ली: उदीयमान स्मार्ट शहरों में नागरिक सुविधाओं को प्रदान करने और उनकी निगरानी के लिए एक नए स्तर की शुरूआत की गई है। इसके तहत डिजिटल रूप से एकीकृत केंद्रीय कमान एवं नियंत्रण केंद्रों के जरिये यह काम किया जाएगा। आवास एवं शहरी मामलों के सचिव श्री दुर्गा शंकर मिश्रा ने आज यहां बताया। उन्होंने मुम्बई में एक दिवसीय ‘स्मार्ट सिटी मिशन के अंतर्गत डिजिटल रूप से एकीकृत कमान एवं नियंत्रण केंद्रों पर शिक्षण और अनुभव सहभागिता कार्यशाला’ का उद्घाटन किया।
श्री मिश्रा ने कहा कि ये केंद्र स्मार्ट शहरों के लिए ‘मस्तिष्क केंद्रों’ के रूप में काम करेंगे, ताकि शहरी स्थानीय निकायों की विभिन्न एजेंसियों के कार्यक्लाप के लिए सही समन्वय सुनिश्चित हो सके। उन्होंने कहा कि निगरानी के लिए स्मार्ट सिटी ‘आंख’ और ‘कान’ रूपी संवेदी उपकरण प्राप्त करेगा, जिन्हें कमान एवं नियंत्रण केंद्रों से जोड़ा जाएगा।
स्मार्ट सिटी मिशन के तहत राष्ट्रीय मिशन निदेशक डॉ. समीर शर्मा ने कहा कि हाल के वर्षों के दौरान शहरों ने विभिन्न सूचना प्रोद्योगिकी आधारित जिन परियोजनाओं को शुरू किया है, उन्हें समस्त प्रणालियों के साथ जोड़ा जाएगा। उन्होंने बताया कि कमान एवं नियंत्रण केंद्रों का पुणे, नागपुर, अहमदाबाद, सूरत, वडोदरा, जयपुर, रायपुर, नया रायपुर, भुवनेश्वर, विशाखापत्तनम और काकीनाडा (आन्ध्र प्रदेश) में कार्यान्वयन किया जा रहा है। इन केंद्रों में से पुणे और नागपुर में आंशिक संचालन शुरू हो गया है। इसके अलावा 23 अन्य शहरों में केंद्र स्थापित करने के लिए बोली प्रक्रिया पूरी कर ली गई है।