लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर बधाई एवं शुभकामनाएं देते हुए कहा है कि स्वच्छ भारत मिशन को जन आन्दोलन बनाकर पर्यावरण को प्रदूषित होने से रोकने की जिम्मेदारी हम सबकी है। उन्होंने कहा कि पर्यावरण में होने वाले बदलावों से सभी प्रभावित होते हैं। स्वस्थ समाज के लिए संतुलित पर्यावरण अत्यन्त आवश्यक है। ऐसे में यह जरूरी है कि हर तरह के प्रदूषण पर लगाम लगायी जाए तथा स्रोत पर कूड़ा पृथक्करण योजना इसी दिशा में उठाया गया एक प्रभावशाली कदम है। उन्होंने पर्यावरण को संतुलित एवं साफ-सुथरा बनाने के लिए प्रभावी कार्य किए जाने तथा प्रदूषण फैलाने वाले उद्योगों पर सख्त कार्यवाही किए जाने के निर्देश अधिकारियों को दिए।
मुख्यमंत्री जी आज अलीगढ़ में विश्व पर्यावरण दिवस पर ‘स्रोत पर कूड़े के पृथक्करण’ की योजना के शुभारम्भ अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। इस मौके पर उन्होंने स्वच्छ भारत मिशन प्रदर्शनी तथा पृथक्कीकृत कूड़े के परिवहन हेतु वाहनों के परिचालन का भी शुभारम्भ किया। इससे पूर्व, मुख्यमंत्री जी ने अलीगढ़-मथुरा रोड का भ्रमण कर साॅलिड वेस्ट मैनेजमेण्ट पर आधारित ए-टू-जेड कूड़ा निस्तारण परियोजना का स्थलीय निरीक्षण किया। साथ ही, उन्होंने अलीगढ़ मण्डल के चहुंमुखी विकास हेतु 314 करोड़ 36 लाख रुपए की 37 विकास परियोजनाओं का शिलान्यास एवं लोकार्पण किया। उन्होंने इस अवसर पर अलीगढ़ जनपद की तहसील कोल को आई0एस0ओ0 प्रमाण-पत्र भी प्रदान किया।
योगी जी ने कहा कि भौतिक उपलब्धियों की खातिर हमने पर्यावरण का निर्ममता से दोहन किया है, जिसके फलस्वरूप ग्लोबल वाॅर्मिग एवं पर्यावरणीय प्रदूषण मानव जीवन के लिये खतरा बन गया है। समय की आवश्यकता है कि हम पीपल, बरगद, नीम, आम, तुलसी एवं पाकड़ जैसे वृक्षों का संरक्षण करने के साथ-साथ भू-गर्भीय जल के संरक्षण के लिए भी कार्यशील रहें।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि पर्यावरण संरक्षण के दृष्टिकोण से अलीगढ़ का महत्वपूर्ण स्थान है, क्यांेकि यहां साॅलिड वेस्ट मैनेजमेण्ट पर आधारित स्रोत पर कूड़ा पृथक्करण योजना का अभिनव प्रयोग संचालित है। यहां कूडे़ से कम्पोस्ट खाद बनाकर जैविक खेती को बढ़ावा दिया जा रहा है, जो कि दूसरे जिलों के लिये अनुकरणीय है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सुशासन की शुरुआत अलीगढ़ से ही वर्ष 1991 में पूर्व मुख्यमंत्री श्री कल्याण सिंह के मुख्यमंत्रित्व काल में की गई थी, जिन्होंने अलीगढ़ के परम्परागत ताला एवं हार्डवेयर उद्योगों को बढ़ावा दिया था। वर्तमान समय में कौशल विकास मिशन द्वारा युवाओं को हुनरमंद बनाकर, उन्हें स्वरोजगार उपलब्ध कराकर, इन उद्योगों को पुनर्जीवित करने की आवश्यकता है।
मुख्यमंत्री जी ने इस अवसर पर जनपद अलीगढ में 11443.05 लाख रुपए लागत की 18 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण किया। लोकार्पित की गयी परियोजनाओं में मुख्य रूप से अलीगढ़ सर्किट हाउस (लागत 570 लाख रुपए), 2 स्वास्थ्य केन्द्रों के भवन निर्माण (लागत 1876.57 लाख रुपए), जनपद अलीगढ में ट्राॅमा सेण्टर जसरथपुर का निर्माण कार्य (लागत 214.95 लाख रुपए), 33/11 के0वी0 के 2 विद्युत उपकेन्द्रों का निर्माण कार्य (लागत 648.86 लाख रुपए), अलीगढ़ शहर में जेल रोड रेल ऊपरिगामी सेतु का निर्माण कार्य (लागत 5720.25 लाख रुपए), मार्गांे का निर्माण (लागत 1824.93 लाख रुपए), सारथी साॅफ्टवेयर आधारित स्मार्ट कार्ड ड्राइविंग लाइसेन्स बनाने हेतु हाॅल का निर्माण (लागत 190.89 लाख रुपए) तथा अलीगढ़ शहर में भूमिगत जलाशय एवं नलकूपों के निर्माण (लागत 335.39 लाख रुपए) के कार्य शामिल हैं।
इसके अतिरिक्त, मुख्यमंत्री जी द्वारा 9573.13 लाख रुपए लागत की 12 विकास परियोजनाआंे का शिलान्यास किया गया। शिलान्यास की गई परियोजनाओं में शेखा झील अलीगढ़ का राष्ट्रीय पक्षी विहार के रूप में विकास कार्य (लागत 235.01 लाख रुपए), मण्डल के राजकीय कन्या इण्टर काॅलेजों में बालिका छात्रावासों के निर्माण कार्य (लागत 885.80 लाख रुपए), जनपद अलीगढ पशु निदान प्रयोगशाला का भवन निर्माण (लागत 35.73 लाख रुपए) मार्गो का निर्माण (लागत 5645 लाख रुपए), 33/11 विद्युत के0वी0 उपकेन्द्रों का निर्माण (लागत 360.44 लाख रुपए) तथा जनपद अलीगढ़ में क्षेत्रीय विधि विज्ञान भवन प्रयोगशाला का निर्माण (लागत 2411.15 लाख रुपए) शामिल हैं। इसके अलावा, जनपद कासगंज में काली नदी पर एटा-कासगंज मार्ग पर 650 लाख रुपए की लागत से बनने वाले सेतु निर्माण परियोजना का भी शिलान्यास किया गया।
मुख्यमंत्री जी ने जनपद हाथरस में 8572.41 लाख रुपए लागत की 3 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण एवं 229.61 लाख रुपए लागत की 1 परियोजना का शिलान्यास भी किया। इसके अतिरिक्त, एटा जनपद की 968.38 लाख रुपए लागत की 2 परियोजनाओं का भी शिलान्यास किया।
कार्यक्रम में 2500 परिवारों को स्रोत से कूड़ा अलग करने हेतु 2500-2500 नीला एवं हरा डस्टबिन का प्रतीक स्वरूप वितरण किया गया। इस अवसर पर नगर निगम की ब्राण्ड एम्बेसडर सुश्री प्रीती माहेश्वरी द्वारा कूडे़ के पृथक्करण द्वारा घर पर कम्पोस्ट बनाने के सम्बन्ध में प्रस्तुतिकरण भी किया गया।
प्रदेश के गन्ना विकास राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) एवं जनपद प्रभारी मंत्री श्री सुरेश राणा ने मुख्यमंत्री जी के जन्मदिवस पर उनका हार्दिक स्वागत एवं अभिनन्दन करते हुए कहा कि राज्य सरकार ने किसानों का 36,000 करोड़ रुपए की कर्ज माफी एवं गन्ना किसानांे का बकाया भुगतान करके किसान हित में एक ऐतिहासिक एवं अभतपूर्व कदम उठाया है।
शिक्षा राज्यमंत्री श्री संदीप सिंह ने कहा कि अलीगढ़ शहर को स्वच्छ व सुन्दर तथा कूड़ामुक्त बनाने का महायज्ञ प्रारम्भ हो गया है। इस महायज्ञ में सभी को सहयोग देना होगा, तभी शहर स्वच्छ एवं प्रदूषणमुक्त बनेगा। उन्होंने कहा कि स्रोत पर कूडे़ के पृथक्करण यानि घर के कूडे़ को घर में ही कम्पोस्ट बनाकर निस्तारित कराए जाने की यह महत्वाकांक्षी योजना, स्वच्छ भारत मिशन को निश्चित रूप से सफल बनाने में मील का पत्थर साबित होगी।
मण्डलायुक्त अलीगढ़ श्री सुभाष चन्द शर्मा ने कहा कि स्वच्छ भारत मिशन के अन्तर्गत स्वच्छता की रैंकिंग में सम्पूर्ण भारत के 500 शहरों में नगर निगम अलीगढ़ को उत्कृष्ट कार्य हेतु प्रथम स्थान प्राप्त हुआ है। शहरी क्षेत्रों में चलाए जा रहे स्वच्छ भारत जागरूकता अभियान में अलीगढ़ देश में प्रथम स्थान पर है। शहरी विकास मंत्रालय द्वारा शुरू किए गए स्वच्छ सर्वेक्षण-2017 के तहत 500 शहरों में आवश्यक पाक्षिक विषयगत गतिविधियों के अधीन चलाई गयी स्वच्छ जागरूकता गतिविधियों मंे अलीगढ़ सबसे आगे है। साथ ही, मंत्रालय की आई0ई0सी0 गतिविधियों के मूल्यांकन के दौरान अलीगढ़ ने सबसे अधिक अंक अर्जित किए हैं।
इस अवसर पर प्रदेश के मंत्रिगण, अन्य जनप्रतिनिधिगण एवं शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।