नई दिल्लीः पेयजल व स्वच्छता मंत्रालय नई दिल्ली के विज्ञान भवन में एक कार्यक्रम आयोजित कर रहा है, जिसमें नमामि गंगे कार्यक्रम के तहत गंगा ग्राम परियोजना को औपचारिक रूप से लांच किया जाएगा। इस कार्यक्रम में सभी संबंध पक्ष भाग लेंगे। इसका उद्देश्य गंगा नदी के तट पर स्थित गांव में सम्पूर्ण स्वच्छता लाना है।
अगस्त, 2017 में 5 गंगा राज्यों (उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड और पश्चिम बंगाल) के सक्रिय सहयोग से मंत्रालय ने सभी 4470 गंगा गांवों को खुले में शौच से मुक्त घोषित किया था। पेयजल व स्वच्छता मंत्रालय स्वच्छ भारत मिशन के लिए नोडल एजेंसी के रूप में कार्य कर रही है। अक्टूबर, 2014 में मिशन के लांच होने के बाद मंत्रालय ने 6 राज्यों व 2 केंद्रशासित प्रदेशों के 260 जिलों में स्थित 2.95 लाख गांवों में 5.2 करोड़ शौचालयों का निर्माण किया है और इन गांवों को खुले में शौच से मुक्त घोषित किया है।
गंगा तट पर बसे गांवों को खुले में शौच से मुक्त घोषित करने के पश्चात मंत्रालय व राज्य सरकारों ने 24 ऐसे गांवों की पहचान की है, जिन्हें गंगा ग्राम के रूप में परिवर्तित किया जाएगा। ये गांव स्वच्छता का मानदंड स्थापित करेंगे। इन गांवों को 31 दिसम्बर, 2018 तक गंगा ग्राम में बदलने का लक्ष्य रखा गया है।
गंगा ग्राम परियोजना ग्रामीणों की सक्रिय भागीदारी से गंगा तट पर बसे गांवों के सम्पूर्ण विकास के लिए एकीकृत दृष्टिकोण अपनाना है। गंगा ग्राम परियोजना के अंतर्गत ठोस और द्रव कचरा प्रबंधन, तालाबों और अन्य जलाशयों का पुनरूद्धार, जल संरक्षण परियोजनाएं, जैविक खेती, बागवानी तथा औषधीय पौधों को प्रोत्साहन देना शामिल है।
पेयजल व स्वच्छता मंत्री की अध्यक्षता में एक सलाहकार समिति का गठन किया गया है, जो नीतियों के निर्माण के साथ सभी जरूरी निर्णय लेगी। इसके अतिरिक्त एक अन्य समिति का गठन किया गया है, जो परियोजना का पर्यवेक्षण करेगी, समन्वय स्थापित करेगी तथा इसे लागू करेगी।
पेयजल व स्वच्छता मंत्री की पहल पर एक गंगा स्वच्छता मंच का गठन किया गया है। इस मंच में शिक्षाविद, नागरिक संगठन व आम नागरिक शामिल हैं। कल गंगा स्वच्छता मंच का भी शुभारंभ किया जाएगा।
केंद्रीय पेयजल व स्वच्छता मंत्री सुश्री उमा भारती गंगा ग्राम स्वच्छता सम्मेलन की अध्यक्षता करेंगी। केंद्रीय जल संसाधन, नदी विकास व गंगा संरक्षण मंत्री श्री नितिन गडकरी कार्यक्रम के मुख्य अतिथि होंगे। केंद्रीय ग्रामीण विकास और पंचायतीराज मंत्री श्री नरेन्द्र सिंह तोमर कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि होंगे। इस सम्मेलन में गंगा राज्यों के 500 ग्राम सरपंच व 1200 प्रतिनिधियों समेत राज्य व जिला अधिकारी तथा गंगा स्व्च्छता मंच के स्वयंसेवक भाग लेंगे।