गैरसैंण: मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने हरगढ़ गांव (गैरसैंण) में बन रही नर्सरी का निरीक्षण किया एवं स्थानीय लोगों तथा किसानों से बातचीत की।
हरगढ़ गांव को सेंटर आॅफ एक्सलेन्स के रूप में विकसित करने की घोषणा
मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र ने हरगढ़ (गैरसैंण) को सेंटर आॅफ एक्सलेन्स के रूप में विकसित करने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि 500 नाली जमीन पर फार्म बनाकर इस सेंटर को विकसित किया जायेगा। इसमें लगभग 10 से 12 करोड़ रूपये का खर्चा आयेगा। इस सेंटर में अनेक प्रजातियों के फलदार वृक्ष एवं औषधीय पुष्प विकसित किये जायेंगे। जड़ी-बूटियां विकसित कर हर्बल अगरबत्ती बनाकर अच्छी आय अर्जित की जा सकती है। उन्होंने कहा कि यहा पर सोलर पैनल के माध्यम से पानी की व्यवस्था की जाए। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि इस सेंटर में बागवानी के लिए उत्तम प्रजाति के पौधे लगाये जाए। फलदार वृक्षों एवं औषधीय पादपों के रोपण के लिए स्थानीय लोगों को प्रोत्साहित किया जाये। इस अवसर पर वृक्षारोपण भी किया। मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र ने हरगढ़ में उच्च घनत्व सेब एवं अखरोट उत्पादन प्रदर्शन प्रखण्ड का लोकार्पण किया।
मुख्यमंत्री ने गढ़वाली में किया स्थानीय लोगों से संवाद
मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र ने हरगढ़ में महिलाओं एवं किसानों से गढ़वाली में संवाद किया। उन्होंने किसानों को आधुनिक तरीके से खेती करने के लिये प्रोत्साहित किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि सगन्ध की खेती कर किसान अच्छी आय अर्जित कर सकते हैं। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिये की किसानों को आधुनिक खेती के तरीकों की समय-समय पर जानकारी दी जाये। खेती एवं बागवानी करने के लिए महिला समूहों को प्रोत्साहित करना जरूरी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि चकबन्दी के आधार पर खेती करने पर किसानों को सुविधा होगी। हमारे पर्वतीय क्षेत्रों में कृषि एवं बागवानी की अपार संभावनाएं हैं। हमें अपनी ताकत का सही उपयोग करना होगा।
इस अवसर पर विधायक श्री सुरेन्द्र सिंह नेगी, मुख्य सचिव श्री उत्पल कुमार सिंह, भरसार विश्व विद्यालय के कुलपति प्रो.सी.एम.शर्मा, जिलाधिकारी चमोली श्री आशीष जोशी, एस.पी.चमोली सुश्री तृप्ति भट्ट, अपर सचिव डाॅ.मेहरबान सिंह बिष्ट आदि उपस्थित थे।